Swami Ramanand Jayanti 2022

  • वैष्णव साधना के प्रवर्त्तक स्वामी रामानन्द

    वैष्णवों के कुल 52 द्वारों में 36 द्वारे केवल रामानंदीय सन्यासियों, वैरागियों के हैं। यह सभी द्वारे ब्राह्मण कुल के शिष्यों के द्वारा स्थापित किए गए हैं, इनमें से एक पीपासेन क्षत्रिय कुल थे। संप्रदाय की शर्त अनुसार सभी का ब्रह्मचारी होना आवश्यक है। इस संप्रदाय के संन्यासी व साधु बैरागी भी कहे जाते हैं। इनके अपने अखाड़े भी हैं। रामानन्दी संप्रदाय की शाखाएं औऱ उपशाखाएं देश भर में फैली हैं। अयोध्या, चित्रकूट, नाशिक, हरिद्वार में इस संप्रदाय के सैकड़ों मठ, मंदिर हैं। 2 फरवरी - स्वामी रामानन्द जयंती मध्यकालीन भक्ति आन्दोलन के महान संत स्वामी जगतगुरु रामानन्दाचार्य ऐसे संत,...