Taliban

  • तालिबानी राज में आधी आबादी जंजीरों में!

    विडंबना है कि अफ़ग़ानिस्तान ने 15 अगस्त को जब स्वतंत्रता दिवस मनाया, तो गुलाब की पंखुड़ियाँ उन मर्दों पर बरसीं जिन्होंने आधे देश को पिंजरे में कैद कर रखा है। तालिबान का शासन अब दूसरे दौर के पाँचवें साल में दाख़िल है। इन पांच वर्षों में कुछ बदला नहीं। वह दुनिया का इकलौता देश है जहाँ सत्ता पूरी तरह मर्दों के हाथ में है और औरतों को न केवल घरों में, पर्दे में जकड़ दिया है बल्कि उन्हें ग़ैर-ज़रूरी बना दिया है। इक्कीसवीं सदी में भला कौन सोच सकता था कि पृथ्वी पर एक ऐसा राष्ट्र भी होगा जो आधी...

  • रूस ने तालिबान शासन को मान्यता दी

    काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता को रूस ने आधिकारिक रूप से मान्यता दे दी है। ऐसा करने वाला रूस दुनिया का पहला देश बन गया है। यह घोषणा गुरुवार को काबुल में अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी और अफगानिस्तान में रूस के राजदूत दिमित्री झिरनोव के बीच हुई बैठक के बाद की गई। तालिबान सरकार ने रूस के इस कदम को बहादुरी भरा फैसला बताया है। अफगान विदेश मंत्री मुत्ताकी ने बैठक के बाद जारी एक वीडियो बयान में कहा, ‘यह साहसी फैसला दूसरों के लिए एक मिसाल बनेगा। अब मान्यता की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है,...

  • महिलाओं को देखने से…, तालिबान ने अब खिड़कियों पर लगाया प्रतिबंध

    काबुल। तालिबान (Taliban) के सर्वोच्च नेता ने एक आदेश जारी कर आवासीय भवनों में उन खिड़कियों के निर्माण पर रोक लगा दी है, जिनसे ऐसी जगहों को देखा जा सके जहां अफगान महिलाएं आमतौर पर काम करती हैं या इकट्ठा होती हैं, जैसे आंगन, रसोई और कुएं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान सरकार के प्रवक्ता की ओर से शनिवार देर रात जारी एक बयान के अनुसार, नई इमारतों में ऐसी खिड़कियां नहीं होनी चाहिए, जिनसे 'आंगन, रसोई, पड़ोसी का कुआं या आमतौर पर महिलाओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली अन्य जगहों' को देखा जा सके। सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद...

  • तालिबान के साथ औपचारिक कूटनीति शुरू!

    ऐसा लग रहा है कि तीन साल के इंतजार के बाद भारत सरकार ने अफगानिस्तान के तालिबान शासन के साथ औपचारिक कूटनीति शुरू कर दी है। हालांकि भी यह बहुत सीमित है और इसकी शुरुआत ही हुई है लेकिन हो सकता है कि आने वाले दिनों में इसमें बढ़ोतरी हो। असल में अमेरिका के अफगानिस्तान से निकलने के बाद तालिबान ने हामिद करजई का तख्तापलट करके सत्ता अपने हाथ में ले ली थी। उसके बाद भारत ने सारे संबंध तोड़ लिए थे। भारत की ओर से चलाए जा रहे करीब 20 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट भी अटक गए थे।...