United Nations

  • भारत में 41.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर

    India reduction in poverty:- भारत में 2005-06 से 2019-2021 के दौरान सिर्फ 15 साल में 41.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में मंगलवार को यह जानकारी दी गई है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में ऑक्सफोर्ड गरीबी और मानव विकास पहल (ओपीएचआई) द्वारा जारी वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाले देश (भारत) ने गरीबी उन्मूलन के मोर्चे पर काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। इसमें कहा गया है कि भारत सहित दुनिया के 25 देशों ने पिछले 15...

  • महिलाओं पर से प्रतिबंध हटाए बिना तालिबान सरकार का मान्यता पाना ‘असंभव’: यूएन

    Taliban recognition :- अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र की दूत रोजा ओटुनबायेवा ने बुधवार को देश के तालिबान शासकों को आगाह किया कि महिलाओं और लड़कियों के शिक्षा हासिल करने तथा उनके काम करने पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाए बिना उनका देश की वैध सरकार के रूप में अंतरराष्ट्रीय मान्यता पाना ‘लगभग असंभव’ है। ओटुनबायेवा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को बताया कि तालिबान शासकों ने संयुक्त राष्ट्र और उसके 192 अन्य सदस्य देशों से उनकी सरकार को मान्यता देने के लिए कहा है, लेकिन साथ ही वे संयुक्त राष्ट्र चार्टर में व्यक्त प्रमुख मूल्यों के खिलाफ काम...

  • संयुक्त राष्ट्र राहुल गांधी को सुनाई गई सजा से अवगत: संरा प्रमुख के उप-प्रवक्ता

    संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र (United Nations) कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सुनाई गई दो साल की जेल की सजा संबंधी खबरों से और इस बात से अगवत है कि उनकी पार्टी इस निर्णय को चुनौती देने की योजना बना रही है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनिया गुतारेस के उप-प्रवक्ता ने यह बात कही। उप-प्रवक्ता फरहान हक (Farhan Haque) से बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में पूछा गया था कि क्या गुतारेस भारत में ‘लोकतंत्र को लेकर चिंतित हैं?’ हक ने कहा, ‘मैं कह सकता हूं कि हमें राहुल गांधी के मामले से जुड़ी खबरों की जानकारी है। हम पता है...

  • दुनिया झूठी, संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, ब्रिटेन सभी तो भारत विरोधी साजिशकर्ता!

    कैसे? जवाब में याद करें पिछले आठ सालों में संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों, अमेरिका-ब्रिटेन की संसदीय समितियों या इनके विदेश मंत्रलाय की रिपोर्टों में भारत कितना बदनाम हुआ? मोदी राज में भारत वैश्विक प्रतिमानों, इंडेक्स में साल-दर-साल लगातार गिरता दिखा। दुनिया की निगाह में मोदी राज मतलब लोकतंत्र को खाने वाला, अभिव्यक्ति की आजादी-मीडिया का गला घोटने वाला, तानाशाही, धार्मिक असहिष्णुता में रमता हुआ तो जाहिर है तो मोदी भक्तों की जमात दुनिया से चारों और साजिश बूझे! किसान आंदोलन भी साजिश तो गौतम अदानी की संपदा का हवा-हवाई होना भी साजिश। दरअसल भक्त सोचते है मोदीजी से देश जगत...

  • संयुक्त राष्ट्र और अमेरिकी संस्थाएं झूठीं

    ऐसा नहीं है कि भारत सरकार की नजर में सिर्फ यूरोप की संस्थाएं, गैर-सरकारी संगठन या यूरोपीय देशों के अखबार व पत्रिकाएं झूठ बोल कर भारत को बदनाम कर रहे हैं, भारत सरकार की नजर में संयुक्त राष्ट्र संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका भी झूठे हैं। यूएन की संस्थाएं भारत को बदनाम कर रही हैं तो अमेरिकी कांग्रेस की कमेटी भी भारत को बदनाम करने में लगी है। संयुक्त राष्ट्र संघ और अमेरिकी कांग्रेस की कमेटी ने भारत में मानवाधिकारों की स्थिति से लेकर धार्मिक समानता और खुशहाली के सूचकांक पेश किए हुए है। कहने की जरूरत नहीं है कि...

  • भारत ने संयुक्त राष्ट्र को 30.54 मिलियन डॉलर का किया भुगतान

    ऐसा नहीं है कि भारत सरकार की नजर में सिर्फ यूरोप की संस्थाएं, गैर-सरकारी संगठन या यूरोपीय देशों के अखबार व पत्रिकाएं झूठ बोल कर भारत को बदनाम कर रहे हैं, भारत सरकार की नजर में संयुक्त राष्ट्र संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका भी झूठे हैं। यूएन की संस्थाएं भारत को बदनाम कर रही हैं तो अमेरिकी कांग्रेस की कमेटी भी भारत को बदनाम करने में लगी है। संयुक्त राष्ट्र संघ और अमेरिकी कांग्रेस की कमेटी ने भारत में मानवाधिकारों की स्थिति से लेकर धार्मिक समानता और खुशहाली के सूचकांक पेश किए हुए है। कहने की जरूरत नहीं है कि...

  • मक्की ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित

    ऐसा नहीं है कि भारत सरकार की नजर में सिर्फ यूरोप की संस्थाएं, गैर-सरकारी संगठन या यूरोपीय देशों के अखबार व पत्रिकाएं झूठ बोल कर भारत को बदनाम कर रहे हैं, भारत सरकार की नजर में संयुक्त राष्ट्र संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका भी झूठे हैं। यूएन की संस्थाएं भारत को बदनाम कर रही हैं तो अमेरिकी कांग्रेस की कमेटी भी भारत को बदनाम करने में लगी है। संयुक्त राष्ट्र संघ और अमेरिकी कांग्रेस की कमेटी ने भारत में मानवाधिकारों की स्थिति से लेकर धार्मिक समानता और खुशहाली के सूचकांक पेश किए हुए है। कहने की जरूरत नहीं है कि...

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