women leaders

  • महिला नेताओं के उत्तराधिकारियों की समस्या

    भारत की महिला नेताओं ने जब भी मौका मिला, अपने अपने हिसाब से शासन किया। लेकिन एक समस्या सबके साथ रही। किसी ने अपने जीवनकाल में अपना उत्तराधिकारी तय नहीं किया। इंदिरा गांधी अपवाद हैं, जिन्होंने पहले संजय गांधी और उनके निधन के बाद राजीव गांधी को राजनीति में उतार कर उत्तराधिकार का संकेत दे दिया था। सोनिया गांधी ने भी राहुल को उत्तराधिकारी चुन दिया था। परंतु उसके बाद कम से कोई प्रादेशिक महिला नेता अपना उत्तराधिकारी नहीं तय कर पाई या किया तो उसे हमेशा आजमाते रहे। जैसे जयललिता के लिए माना जाता था कि उनकी सहेली वीके...