Thursday

17-07-2025 Vol 19

संपादकीय कॉलम

पाकिस्तान में उथल-पुथल

पाकिस्तान में उथल-पुथल

पाकिस्तान में अशांति के लिए इससे खराब मौका नहीं हो सकता था।
हड़ताल से उभरे सवाल

हड़ताल से उभरे सवाल

कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा बेहद जरूरी है, लेकिन यह बात भी ध्यान में रखनी होगी कि उद्यम रहेंगे, तभी रोजगार के अवसर बने रह पाएंगे।
वित्तीयकृत अर्थव्यवस्था में

वित्तीयकृत अर्थव्यवस्था में

शेयर बाजारों में गिरावट है। उस समय, जब लिस्टेड इक्विटी मार्केट में कुल निवेश के बीच घरेलू सेक्टर का हिस्सा 21.5 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
ट्रेंड की होगी पुष्टि?

ट्रेंड की होगी पुष्टि?

मौजूदा हालात के प्रति जन असंतोष हद पार करने लगा है और उसका लाभ विपक्ष को मिल रहा है।
क्वॉड बना किसलिए है?

क्वॉड बना किसलिए है?

दुनिया क्वॉड को इसी रूप में जानती है कि यह इस समय अमेरिका की तरफ से चीन को घेरने के लिए बनाए जा रहे अनेक समूहों में से एक...
मध्य-पूर्व में क्या हल?

मध्य-पूर्व में क्या हल?

मध्य-पूर्व में युद्ध इजराइल- फिलस्तीन की सीमा से निकल कर क्षेत्रीय रूप ग्रहण कर चुका है।
भारत में साइबर अपराध

भारत में साइबर अपराध

वर्धमान ग्रुप के 82 वर्षीय चेयरमैन के साथ हुई घटना ने भारत में बढ़ते साइबर अपराध की ओर ध्यान खींचा है।
संवाद से अजीब डर

संवाद से अजीब डर

समझना मुश्किल है कि शांतिपूर्ण ढंग से अपनी शिकायतें सरकार तक पहुंचाने दिल्ली आए सोनम वांगचुक और उनके समर्थकों को क्यों सिंघु बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया गया?
संवैधानिक भावना पर बल

संवैधानिक भावना पर बल

ऐसा लगता है कि उन पार्टियों को भी, जो कभी संवैधानिक भावना के अनुरूप धर्मनिपरपेक्षता की बात करती थीं, हिंदुत्व की गंगा में तैरना अब अधिक फायदेमंद लगता है।
नीतिन गडकरी की साफगोई

नीतिन गडकरी की साफगोई

रेवड़ियां दूसरी सब्सिडियों के भुगतान में रुकावट की शर्त पर ही बांटी जा सकती हैं।
इस ‘सुनहरे’ दौर में!

इस ‘सुनहरे’ दौर में!

क्रिकेट प्रबंधन पर यह भारत के वर्चस्व का दौर है। बोलचाल में यह जुमला आम है कि विश्व क्रिकेट को भारत ही चला रहा है।
ई-कॉमर्स भी चपेट में

ई-कॉमर्स भी चपेट में

खबर है कि बीते सप्ताहांत ई-कॉमर्स फेस्टिवल कमजोर रहा। अमेजन और कुछ अन्य प्लैटफॉर्म्स पर शुक्रवार से रविवार तक 40 फीसदी तक छूट के साथ उपभोक्ता सामग्रियां बेची गईं।
लोकतंत्र में सामंतवाद

लोकतंत्र में सामंतवाद

वैसे चर्चा पहले से थी, लेकिन अब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने अपने बेटे उदयनिधि मारन को अपना औपचारिक उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है।
भारत का ये दौर!

भारत का ये दौर!

उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के एक प्राइवेट स्कूल में स्कूल के प्रबंधकों ने मिल कर दूसरी कक्षा के छात्र कृतार्थ की गला घोंट कर हत्या कर दी।
आत्म-निरीक्षण की जरूरत

आत्म-निरीक्षण की जरूरत

विदेश नीति के मोर्चे पर भारत को गहरे आत्म-निरीक्षण की जरूरत है, लेकिन वर्तमान सरकार से इसकी अपेक्षा निराधार है।
जजों की बिगड़ी जुब़ान!

जजों की बिगड़ी जुब़ान!

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हलकी, अप्रासंगिक टिप्पणियों से ना सिर्फ जजों की नकारात्मक छवि बनती है, बल्कि पूरी न्यायपालिका प्रभावित होती है।
जब एनकाउंटर नीति हो!

जब एनकाउंटर नीति हो!

अनुज और अक्षय के मामले में समान तथ्य यह है कि जब उनका “एनकाउंटर” हुआ, वे पुलिस हिरासत में थे।
शेयर बाजार में ‘खेल’?

शेयर बाजार में ‘खेल’?

खुद सेबी कह चुका है कि एफएंडओ में ज्यादातर निवेशकों को नुकसान हुआ है।
एक का सवाल नहीं

एक का सवाल नहीं

श्रम मंत्री ने कहा है कि अन्ना की मौत के मामले की जांच शुरू हो चुकी है और सात से 10 दिन में रिपोर्ट आ जाएगी।
अच्छे इरादे का इज़हार

अच्छे इरादे का इज़हार

संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘भविष्य के लिए संधि’ को मंजूरी मिल गई है। 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए इस संधि में दुनिया को एकजुट करने...
शतरंज में शिखर पर

शतरंज में शिखर पर

शतरंज ओलम्पियाड में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में भारत ने स्वर्ण पदक जीत लिए, तो यह कोई संयोग नहीं है।
क्वॉड का सख्त पैगाम

क्वॉड का सख्त पैगाम

बाइडेन ने अपना चीन विरोधी रुख दो-टूक व्यक्त किया। कहा कि चीन हर मोर्चे पर “हमारा” इम्तिहान ले रहा है।
जिसके पास विकल्प है

जिसके पास विकल्प है

श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में इस वैश्विक ट्रेंड की पुष्टि हुई है कि सोच के पारंपरिक खांचों में बंधी पार्टियां अब लोगों को मंजूर नहीं हैं।
पहल ही अतार्किक थी

पहल ही अतार्किक थी

फैक्ट चेक यूनिट खारिज करने के बॉम्बे हाई कोर्ट के ताजा फैसले को एक चमकती हुई मिसाल के रूप में देखा जाएगा।
भटकी हुई प्राथमिकताएं

भटकी हुई प्राथमिकताएं

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रिय योजना ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को औपचारिक मंजूरी दे दी है।
ये नैरेटिव भी दिखावटी?

ये नैरेटिव भी दिखावटी?

नेशलन ग्रीन ट्रब्यूनल (एनजीटी) जांच कर रहा है कि क्या सरकारी दावों के विपरीत भारत में प्राकृतिक जंगल तेजी से घट रहे हैं।
हद तोड़ते इलॉन मस्क

हद तोड़ते इलॉन मस्क

इलॉन मस्क के पोस्ट आपकी टाइमलाइन पर आएं, इसके लिए जरूरी नहीं है कि सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर आप उन्हें फॉलो करें।
बुल्डोजर है सियासी सिंबल

बुल्डोजर है सियासी सिंबल

सुप्रीम कोर्ट ने बिना अदालत की इजाजत के बुल्डोजर से देश में किसी प्रकार के निर्माण को ढाहने पर दो हफ्तों के लिए जो रोक लगाई है, वह न्यायिक...
डिजीयात्रा और निजता

डिजीयात्रा और निजता

देश के करीब दो दर्जन हवाईअड्डों पर डिजीयात्रा ऐप का इस्तेमाल शुरू हो गया है। इसकी मदद से यात्री बिना कोई दस्तावेज दिखाए आसानी से हवाईअड्डों पर चेक इन...
सरकार के सौ दिन

सरकार के सौ दिन

यह संयोग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने प्रधानमंत्री के 74वें जन्मदिन के दिन ही एक सौ दिन पूरे किए हैं।
अमेरिकी राजनीति का ह्रास

अमेरिकी राजनीति का ह्रास

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में वह सब हो रहा है, जो आधुनिक समय में सोचा भी नहीं गया था। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे प्रचार...
केजरीवाल का इस्तीफा

केजरीवाल का इस्तीफा

तब उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया और अभी जब किसी ने इसकी उम्मीद नहीं की थी तो उन्होंने इस्तीफे का ऐलान कर दिया।
चुनाव आयोग क्या सबक लेगा?

चुनाव आयोग क्या सबक लेगा?

जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं। हरियाणा में पांच अक्टूबर को एक साथ सभी 90 सीटों पर मतदान होगा।
जमानत की शर्तों पर सवाल

जमानत की शर्तों पर सवाल

सुप्रीम कोर्ट ने 12 जुलाई को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति में हुए कथित घोटाले से जुड़े ईडी के मामले में जमानत दी थी।
अपना-अपना नजरिया है !

अपना-अपना नजरिया है !

हैरिस ने गर्भपात के अधिकार पर जोर दिया, तो ट्रंप ने गैर-कानूनी आव्रजकों से अमेरिका के लोगों को पैदा हुए कथित खतरों का जिक्र किया।
राष्ट्रपति शासन की तैयारी?

राष्ट्रपति शासन की तैयारी?

लगता है कि केंद्र ने अपने विशेष अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए केजरीवाल और आ.आ.पा. को सत्ता से हटाने की व्यूह रचना की है।
भारत की जानलेवा सड़कें

भारत की जानलेवा सड़कें

हर साल आने वाले आंकड़े इस बारे में चिंता बढ़ाते हैं, लेकिन उन आंकड़ों की चर्चा थमते ही सब कुछ जैसे को तैसा चलता रहता है।
यूपी में ‘एनकाउंटर राज’

यूपी में ‘एनकाउंटर राज’

आरोप है कि यूपी सरकार ने एनकाउंटर को राजकीय नीति बना रखा है और वह बेहिचक इसको आगे बढ़ा रही है।
एकता में अनेकता!

एकता में अनेकता!

अब जाहिर है कि कांग्रेस नेतृत्व ने बिना होम वर्क किए आम आदमी पार्टी के सामने हरियाणा में गठबंधन करने का प्रस्ताव रखा।
जेलन्स्की का दांव

जेलन्स्की का दांव

स्विट्जरलैंड में बीते जून में यूक्रेन युद्ध पर हुए सम्मेलन में पारित प्रस्ताव पर भारत दस्तखत करे, यह जेलेन्स्की प्रशासन चाहता है।
डेटा ही तो दिक्कत है!

डेटा ही तो दिक्कत है!

केंद्र ने जब कुछ महीने पहले सांख्यिकी स्थायी समिति बनाई, तो उसमें शामिल 14 विशेषज्ञों में से कुछ नामों को देख कर आश्चर्य हुआ था।
असीम हो गई बीमारी!

असीम हो गई बीमारी!

बलात्कार जैसे सिरे से अस्वीकार्य जुर्म के समय भी लोगों की संवेदना इतनी कुंद पड़ी रहे, तो फिर न्याय या व्यवहार में मानवीयता बने रहने की कितनी उम्मीद बची...
मणिपुर में बिगड़ती बात

मणिपुर में बिगड़ती बात

मणिपुर के उग्रवादियों के पास रॉकेट लॉन्चर और बम गिराने में सक्षम ड्रोन कहां से आ रहे हैं, यह सवाल देश को परेशान कर रहा है।
आईसीसी की धज्जियां

आईसीसी की धज्जियां

अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) के रसूख और रुतबे पर स्थायी किस्म का प्रहार हुआ है।
यह पूर्व शर्त है!

यह पूर्व शर्त है!

भारत में अन्य स्थलों की तरह ही शिक्षा संस्थानों में भी असहमति या विरोध जताना जोखिम भरा हो चुका है, यह आम तुजर्बा है
दिखावटी और राजनीतिक

दिखावटी और राजनीतिक

पश्चिम बंगाल की विधानसभा ने बलात्कार और हत्या के दोषियों को मृत्युदंड का प्रावधान करते हुए इस विधेयक को पारित किया है।
तो अवसर चला गया!

तो अवसर चला गया!

श्रम केंद्रित मैनुफैक्चरिंग सेक्टर्स से चीन के हटने से भारत के सामने बड़ा निर्यातक देश बनने का जो अवसर आया था, वह हाथ से निकल गया है।
घंटी तो बजा दी!

घंटी तो बजा दी!

भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने आखिरकार अर्थव्यवस्था के मौजूदा स्वरूप को लेकर वह चेतावनी दी है