ऐसा नहीं है कि सिर्फ बिहार और उत्तर प्रदेश के क्षत्रप ही बदलती राजनीति से सबक…
Category: बेबाक विचार
ब्रिक्स में भारत की बुलंदी
ब्राजील में हुआ ब्रिक्स सम्मेलन भारत की दृष्टि से काफी सार्थक रहा। इसमें पांच देशों- ब्राजील,…
जेएनयू को ऐसे खत्म करना महापाप!
दो साल पहले की बात है। मैंने घर के लिए उबर ली थी। पूरे रास्ते ड्राइवर…
सियासत में नए वसंतागमन की आहट
53 साल पहले बाला साहब ठाकरे ने शिवसेना की स्थापना करते वक़्त भले ही यह नहीं…
ऊंट भी इन दिनों मंदी के शिकार!
हाल में जब राजस्थान के प्रसिद्ध पुष्कर मेले में ऊंट की गिरती कीमत के बारे में…
लूली-लंगड़ी सूचना का अधिकार
सूचना के अधिकार पर सर्वोच्च न्यायालय ने जो फैसला दिया है, उसकी इतनी वाहवाही क्यों हो रही…
अकेले अयोध्या के लिए ही क्यों ट्रस्ट?
खबर है कि संसद के शीतकालीन सत्र में राम मंदिर के ट्रस्ट का बिल पेश होगा।…
सुर्खियों का प्रबंधन और नशा!
जनसंपर्क के गुरू एडवर्ड एल बार्नेस ने ठीक एक सौ साल पहले 1920 में यह सिद्धांत…
जगन रेड्डी की उल्टी पट्टी
आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने सांप की बॉबी में हाथ डाल दिया है। उन्होंने उप-राष्ट्रपति…
खराब में से कम खराब चुन कर जीना!
अखबार में जब खबर पढ़ी कि खतरनाक हवा का शिकार बन रहे दिल्ली शहर ने राहत…
कार्रवाई कानून या बदले की?
क्या सरकार अशोक लवासा को फिक्स करना चाहती है? जिस तरह से उनके और उनके परिवार…
स्पेन में धुर-दक्षिणपंथ कामयाब
जनरल फ्रांको की मौत के बाद पहली बार दक्षिणपंथी राजनीति ने स्पेन में जड़ जमाई है।…