राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

एनडीए में सब सामान्य, जल्द होगी सीट बंटवारे की घोषणा: राजीव रंजन

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता राजीव रंजन ने दावा किया है कि बिहार में अगली सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनेगी और एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे की तस्वीर जल्द ही स्पष्ट हो जाएगी।  

आईएएनएस से बातचीत में राजीव रंजन ने कहा कि यह एनडीए है महागठबंधन नहीं, जहां अंतिम चरण तक घटक दलों द्वारा दबाव बनाया जाता है। बीते दिनों तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात तक से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा कि महागठबंधन में लेफ्ट, जिसमें माले शामिल है और वीआईपी जैसे दलों से बगावती सुर सुनाई दे रहे हैं। हमारे यहां सब कुछ सामान्य है और जल्द ही सीट बंटवारे की घोषणा होगी।

राजीव रंजन ने कहा कि एनडीए के पांचों घटक दलों के बीच बातचीत पूरी हो चुकी है। सीट बंटवारा तय हो चुका है और जल्द ही इसका औपचारिक ऐलान होगा। यह कोई अप्रत्याशित स्थिति नहीं है। पहले भी आचार संहिता लागू होने के बाद सीट बंटवारे के फैसले हुए हैं। जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है और नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री होंगे।

Also Read : वोटर कार्ड के अलावा 12 वैकल्पिक पहचान पत्र दिखाकर भी कर सकेंगे मतदान

उन्होंने समाजवादी पार्टी के संस्थापक को याद करते हुए कहा कि मुलायम सिंह वंचितों, पीड़ितों और शोषितों की आवाज थे। उन्होंने सामाजिक असमानता के खिलाफ जीवनभर संघर्ष किया। दुर्भाग्यवश, समाजवादी पार्टी उनके दिखाए रास्ते से भटक गई है। आज पार्टी को उनके मूल्यों पर लौटने की जरूरत है। वर्तमान नेतृत्व सत्ता में वापसी के लिए उन तिकड़मों का सहारा ले रहा है, जो मुलायम सिंह कभी नहीं अपनाते थे।

एसआईआर पर टीएमसी के विरोध पर जदयू नेता ने कहा, टीएमसी अपनी हार को भांप चुकी है। विधानसभा चुनाव में उनकी वापसी नहीं होने वाली। बिहार में एसआईआर प्रक्रिया सफल रही है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई वैध मतदाता छूटे नहीं और कोई अवैध मतदाता शामिल न हो।

उन्होंने कहा कि बंगाल में अवैध मतदाताओं की संख्या अधिक है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि बिहार के बाद बंगाल में भी एसआईआर प्रक्रिया लागू होगी।

बिहार में एसआईआर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सभी को पर्याप्त अवसर दिए गए हैं और छूटे हुए नाम जोड़े जा चुके हैं। अब यह मुद्दा जमीनी स्तर पर नहीं है। विपक्षी नेताओं को भी यह बात पता है, यही कारण है कि सुप्रीम कोर्ट की ताजा सुनवाई तक किसी भी दल ने औपचारिक आपत्ति नहीं दर्ज की।

Pic Credit : ANI

Tags :

By Naya India

Naya India, A Hindi newspaper in India, was first printed on 16th May 2010. The beginning was independent – and produly continues to be- with no allegiance to any political party or corporate house. Started by Hari Shankar Vyas, a pioneering Journalist with more that 30 years experience, NAYA INDIA abides to the core principle of free and nonpartisan Journalism.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें