delhi Assemblly Election 2025: विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राजधानी दिल्ली में भी चुनावी माहौल गरमा गया है। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान एक ही चरण में होगा।
आगामी 5 फरवरी को दिल्ली में वोटिंग होगी, जबकि 8 फरवरी (शनिवार) को मतगणना कर नतीजों की घोषणा की जाएगी।
चुनाव आयोग ने मंगलवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन तारीखों का ऐलान किया।
दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है। 70 सीटों वाली विधानसभा में 58 सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं, जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
इस चुनाव के साथ दिल्ली में राजनीतिक हलचल और सियासी मुकाबला जोर पकड़ने वाला है।दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है और राजधानी में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है।
दिल्ली विधानसभा के 70 सदस्यीय चुनाव के लिए एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे। आगामी 5 फरवरी 2025 को दिल्ली में मतदान होगा, जबकि 8 फरवरी 2025 (शनिवार) को मतगणना की जाएगी।
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चुनाव आयोग का ऐलान(delhi Assemblly Election 2025)
आज, मंगलवार को चुनाव आयोग ने विज्ञान भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस (पीसी) में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया।
आयोग ने बताया कि दिल्ली विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है, जिसके बाद नई सरकार का गठन किया जाएगा।
दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटें हैं, जिनमें से 58 सीटें जनरल कैटेगरी के लिए हैं, जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इस चुनाव में जनरल कैटेगरी और आरक्षित कैटेगरी के उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा।
मतदान और मतगणना
मतदान की तारीख: 5 फरवरी 2025
मतगणना की तारीख: 8 फरवरी 2025 (शनिवार)
यह चुनाव दिल्ली की राजनीतिक दिशा तय करेगा और नई सरकार के गठन के लिए जनता का फैसला सुनने का समय होगा।
चुनावी प्रक्रिया के दौरान विभिन्न राजनीतिक दल अपनी-अपनी चुनावी रणनीतियों के साथ तैयार हैं, और जनता का रुख जानने के लिए सभी पार्टियां जोर-शोर से प्रचार कर रही हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह चुनाव न केवल दिल्ली की सरकार के गठन का निर्धारण करेगा, बल्कि दिल्ली की भविष्य की दिशा और विकास कार्यों को भी प्रभावित करेगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है और अब सभी की नजरें 5 फरवरी पर होंगी, जब मतदान होगा। इसके बाद 8 फरवरी को मतगणना के साथ नए नतीजे सामने आएंगे, जो दिल्ली की राजनीति को नया मोड़ देंगे।
युवा वोटर्स की संख्या
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में इस समय कुल 1.55 करोड़ से अधिक रजिस्टर्ड वोटर्स हैं।
इनमें से 83.49 लाख पुरुष और 71.74 लाख महिला वोटर्स हैं। इसके अलावा, उन्होंने युवा वोटर्स की संख्या पर भी प्रकाश डाला। राजीव कुमार ने कहा कि 20 से 21 वर्ष के युवा वोटर्स की संख्या 28.89 लाख है।
इसमें 2.08 लाख युवा ऐसे हैं, जो पहली बार मतदान के पात्र हैं। यह आंकड़े चुनाव आयोग के लिए एक अहम संकेत हैं, क्योंकि युवा वोटर्स के सक्रिय भागीदारी से चुनावी परिणामों पर बड़ा असर पड़ सकता है।
पोलिंग स्टेशन और बूथ
मुख्य चुनाव आयुक्त ने पोलिंग स्टेशन के बारे में भी जानकारी दी। दिल्ली में कुल 2,697 पोलिंग स्थान होंगे, और इन पर कुल 13,033 पोलिंग बूथ होंगे।
इसके अलावा, 210 मॉडल पोलिंग सेंटर होंगे, जिन्हें खासतौर पर बेहतर सुविधाओं और संरचना के लिए चुना गया है। ये पोलिंग सेंटर चुनाव में वोटर्स को बेहतर और सुविधाजनक अनुभव देने का प्रयास करेंगे।
मतदान की प्रक्रिया और व्यवस्था
दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना और मतदान की प्रक्रिया को पूरी तरह से सुगम और पारदर्शी बनाने के लिए चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।(delhi Assemblly Election 2025)
पोलिंग बूथों पर चुनाव कर्मचारियों की विशेष ड्यूटी होगी ताकि मतदान के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। राजीव कुमार द्वारा साझा की गई जानकारी से यह स्पष्ट है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सभी व्यवस्थाएँ तैयार हैं।
युवाओं की बड़ी संख्या, विशेष मॉडल पोलिंग सेंटर और बढ़ी हुई पोलिंग बूथों के साथ, यह चुनाव अधिक संगठित और सुविधाजनक होने की संभावना है। अब, दिल्ली के नागरिकों का मतदान में सक्रिय रूप से हिस्सा लेने का समय आ गया है, जो राज्य की राजनीतिक दिशा तय करेगा।
2020 का चुनाव परिणाम(delhi Assemblly Election 2025
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के काउंटडाउन के बीच, पिछले चुनावों के परिणामों पर नजर डालना जरूरी है, क्योंकि इससे आगामी चुनावी परिप्रेक्ष्य को समझने में मदद मिल सकती है।
2020 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली ने एक दिलचस्प और संघर्षपूर्ण मुकाबला देखा था, जिसके परिणाम ने दिल्ली की राजनीति की दिशा तय की थी।
2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक शानदार प्रदर्शन किया और 70 सीटों में से 62 सीटों पर जीत हासिल की।
इस जीत ने अरविंद केजरीवाल की नेतृत्व वाली पार्टी को फिर से दिल्ली की सत्ता में बैठाया। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 67 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और उसे 8 सीटों पर जीत मिली।
हालांकि, कांग्रेस को लगातार दूसरे चुनाव में भी कोई खास सफलता नहीं मिली और वह अपना खाता भी नहीं खोल सकी।
इस चुनाव ने आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मजबूती को और भी पुख्ता किया और दिल्ली की राजनीति में उसकी प्रमुख स्थिति को स्थापित किया।
2015 का चुनाव परिणाम
2015 में भी दिल्ली विधानसभा चुनाव ने राजनीति में एक बड़ा मोड़ लिया था। AAP ने प्रचंड बहुमत के साथ 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की, जो एक ऐतिहासिक जीत थी।
बीजेपी केवल 3 सीटों पर सिमट गई, जबकि कांग्रेस और अन्य दल पूरी तरह से विफल रहे। उस समय अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की सत्ता पर मजबूत पकड़ बनाई थी।(delhi Assemblly Election 2025
लोकसभा चुनावों का प्रभाव
दिल्ली में हुए 3 लोकसभा चुनावों (2014, 2019) में बीजेपी ने अपनी धाक जमा रखी थी। बीजेपी ने दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की और अपना दबदबा बरकरार रखा।
इन चुनावों ने बीजेपी की दिल्ली में लोकप्रियता को और बढ़ाया, जबकि AAP और कांग्रेस को वहां कोई बड़ा असर देखने को नहीं मिला।
2025 का त्रिकोणीय मुकाबला(delhi Assemblly Election 2025)
इस बार, आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। दिल्ली विधानसभा में बहुमत के लिए 36 सीटें चाहिए, जो चुनावी दंगल को और भी दिलचस्प बना देता है।
AAP अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखना चाहेगी, जबकि BJP और कांग्रेस इस बार सत्ता की ओर अपनी दावेदारी पेश करेंगे।
2025 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की राजनीति में नई परिस्थितियां बन सकती हैं। पिछले चुनावों में AAP की जबरदस्त जीत के बावजूद, बीजेपी और कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा अवसर हो सकता है।
देखना यह होगा कि त्रिकोणीय मुकाबले में जनता किसे अपना समर्थन देती है और दिल्ली का आगामी राजनीतिक भविष्य क्या तय होता है।