रांची। केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की बड़ी कार्रवाई की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में नए नेता का चुनाव हो सकता है। हालांकि हेमंत सोरेन ने इस बात से इनकार किया है कि वे अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को सत्ता सौंपने जा रहे हैं या राज्य की गांडेय विधानसभा सीट से उनको उपचुनाव में लड़ाया जाएगा। एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में हेमंत ने कहा कि यह भाजपा की कोरी कल्पना है।
गौरतलब है कि ईडी ने हेमंत सोरेन को सात बार नोटिस जारी किया है। एजेंसी उनसे रांची जमीन घोटाले के सिलसिले में पूछताछ करना चाहती है लेकिन वे एजेंसी के सामने हाजिर नहीं हुए हैं। तभी कहा जा रहा है कि एजेंसी उनको गिरफ्तार कर सकती है। इस बीच गांडेय विधानसभा क्षेत्र के विधायक सरफराज अहमद के सोमवार को अचानक इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद अटकल लगाई जाने लगी कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी को सत्ता की बागडोर सौंपने की तैयारी में हैं। हालांकि भाजपा की ओर से कहा जा रहा है कि विधानसभा का कार्यकाल एक साल से कम है इसलिए गांडेय या किसी भी सीट पर उपचुनाव नहीं हो सकता है और इसलिए हेमंत अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री नहीं बना सकते हैं।
इस घटनाक्रम के बीच हेमंत सोरेन ने तीन जनवरी को सोरेन ने महागठबंधन के विधायक दल की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री इस संबंध में कानूनी सलाह भी ले रहे हैं। हेमंत सोरेन ने मंगलवार को महाधिवक्ता राजीव रंजन से मुलाकात की। वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक भी हुई जिसमें मुख्यमंत्री के सचिव विनय चौबे भी शामिल रहे। इस बीच राजभवन में बंद लिफाफे की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है। बंद लिफाफे में चुनाव आयोग की रिपोर्ट है, जिसके आधआर पर राज्यपाल को मुख्यमंत्री की विधानसभा सदस्यता को लेकर फैसला करना है। अगर राज्यपाल उनको अयोग्य ठहराते हैं तो राज्य में संकट गहराएगा।