नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और छह साल तक प्रदेश अध्यक्ष रहे कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ने की अटकलें थम गई हैं। अब कहा जा रहा है कि वे कांग्रेस छोड़ कर नहीं जा रहे हैं। उनके बेटे और छिंदवाड़ा के सांसद नकुलनाथ के भी कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल होने की अटकलें थीं। शनिवार को कमलनाथ और नकुलनाथ दोनों दिल्ली पहुंच गए थे और कहा जा रहा था कि भाजपा के शीर्ष नेताओं से उनकी मुलाकात होने वाली है। लेकिन सोमवार को इन अटकलों पर विराम लग गया।
प्रियंका राज्यसभा नहीं मिलने से नाराज?
सोमवार को कमलनाथ के साथ बैठक के बाद पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा- कमलनाथ जी कह रहे हैं कि कोई कहीं नहीं जाने वाला। जिन लोगों ने कांग्रेस को वट वृक्ष बनाया है, वो कैसे छोड़ सकते हैं। सज्जन वर्मा ने पहले कहा था कि कमलनाथ कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में जाते हैं तो वे भी उनके साथ जाएंगे। हालांकि सोमवार को उन्होंने कहा कि कमलनाथ की राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बात हुई है। छिंदवाड़ा से कांग्रेस के टिकट पर नकुलनाथ चुनाव लड़ेंगे।
इससे पहले कमलनाथ ने अपने बंगले पर बैठक की, जिसमें मध्य प्रदेश के विधायक, पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता शामिल हुए। ये सब उनके समर्थक थे, जिनके बारे में कहा जा रहा था कि वे भी कांग्रेस छोड़ सकते हैं। हालांकि सोमवार को बैठक के बाद सज्जन वर्मा ने कहा कि कमलनाथ राज्य की 29 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के चयन और प्रचार की रणनीति पर विचार कर रहे थे। गौरतलब है कि नकुलनाथ ने शनिवार को अपने ट्विटर बायो से कांग्रेस का नाम हटा दिया था। उनके समर्थक कई और कांग्रेस नेताओं ने भी ऐसा किया था।
बसपा अब पूरी तरह से अकेले
माना जा रहा है कि भाजपा से बात नहीं बन पाई है। सिख विरोधी दंगों में नाम होने की वजह से कमलनाथ की भाजपा में एंट्री रूकने की खबर है। बहरहाल, मध्य प्रदेश कांग्रेस में टूट की खबरों को लेकर एकजुटता की जिम्मेदारी प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह को दी गई है। जितेंद्र सिंह मंगलवार को भोपाल पहुंचेंगे। इस बीच जितेंद्र सिंह ने कहा- कमलनाथ हमारे वरिष्ठ नेता हैं। उन्हें लेकर जो भी बातें चल रही हैं, ये भाजपा और मीडिया की बनाई हुई हैं। कमलनाथ से मेरी बात हुई है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर बात हुई है। मंगलवार को भोपाल में इसे लेकर बैठक होगी। इसमें कमलनाथ भी शामिल होंगे।