Thursday

03-07-2025 Vol 19

किसानों को हटा दिया!

91 Views

चंडीगढ़। भारत की सरकार किसान आंदोलन के साथ जो नहीं कर सकी थी वह आंदोलन के जरिए राजनीति में आई आम आदमी पार्टी की सरकार ने कर दिया है। पंजाब की भगवंत मान की पुलिस ने 13 महीने से चल रहे किसान आंदोलन को पूरी तरह से कुचल दिया है। किसानों को हिरासत में लेने और बुलडोजर चला कर किसानों के अस्थायी निर्माण को तोड़ने के बाद पुलिस ने गुरुवार, 20 मार्च को शंभू बॉर्डर से आवाजाही चालू करा दी। पुलिस ने कहा है कि खनौरी बॉर्डर भी खाली हो गया है और वहां से शुक्रवार को आवाजाही चालू हो जाएगी।

बहरहाल, शंभू बॉर्डर से गुरुवार को अंबाला से पटियाला आने जाने की दोनों लेन पर ट्रैफिक चालू हो गया है। इससे पंजाब से हरियाणा और दिल्ली आने जाने वालों को राहत मिली है। वहीं दिल्ली से पटियाला हाईवे पर बने खनौरी बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने अपने क्षेत्र की दोनों लेन खोल दी हैं। वहां से सीमेंट की बैरिकेडिंग हटा ली गई है। हालांकि पंजाब की तरफ अभी किसानों की ट्रैक्टर ट्रालियां खड़ी हैं, जिस वजह से अभी सिर्फ दोपहिया वाहनों की ही आवाजाही शुरू हो पाई है। पुलिस ने कहा है कि शुक्रवार को रास्ता पूरी तरह से खुल जाएगा।

ससे पहले बुधवार, 19 मार्च की रात को पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों को हटा दिया था। केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक करके लौट रहे किसानों को रास्ते में ही हिरासत में ले लिया गया और खंभू व खनौरी बॉर्डर पर बुलडोजर चला कर सारे टेंट और दूसरे निर्माण तोड़ दिए गए। इसको लेकर पंजाब के सभी जिलों में किसानों ने प्रदर्शन किया है। किसानों के हाईवे जाम करने की कोशिश में पांच जिलों, बठिंडा, मुक्तसर, मोगा, फरीदकोट व होशियारपुर में उनकी पुलिस के साथ झड़प भी हुई। हालात देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शाम सात बजे कैबिनेट की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई और शांति बहाली के उपायों पर चर्चा की।

किसानों के आंदोलन को कुचलने के बाद पुलिस ने आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल को गुरुवार की सुबह पंजाब में सेना के नियंत्रण वाले जालंधर कैंट के पीडब्लुडी रेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया है। बुधवार दोपहर हिरासत में लेने के बाद पहले उन्हें जालंधर सिटी के पीआईएमएस अस्पताल ले जाया गया था। इस बीच हरियाणा के किसानों ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को मांगें मानने के लिए एक महीने का अल्टीमेटम दिया है। गुरुवार को कुरुक्षेत्र में मुख्यमंत्री का आवास घेरने पहुंचे इन किसानों को पुलिस ने रोक लिया था। गौरतलब है कि केंद्र सरकार के साथ सातवें दौर की बातचीत के लिए किसान नेता बुधवार को चंडीगढ़ गए थे। चंडीगढ़ से लौट रहे किसान मजदूर मोर्चा के सरवण सिंह पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा के जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में लिया गया। करीब दो सौ किसान हिरासत में लिए गए और उसके बाद पुलिस ने बलप्रयोग करके किसानों से दोनों बॉर्डर खाली करा लिए।

NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *