जयपुर। राजस्थान में भाजपा की नई सरकार को बड़ा झटका लगा है। श्रीगंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी और राज्य सरकार के मंत्री सुरेंद्रपाल सिंह टीटी चुनाव हार गए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी रूपिंदर सिंह कुन्नर ने भाजपा उम्मीदवार को 11,261 वोटों से हराया। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर का निधन हो गया था, जिसकी वजह से वहां का चुनाव स्थगित कर दिया गया था। बाद में जब वहां चुनाव की घोषणा हुई तो भाजपा ने अपने प्रत्याशी को मंत्री बना दिया ताकि रूपिंदर सिंह कुन्नर को मिल रहे सहानुभूति वोट को कम किया जा सके। लेकिन भाजपा का यह दांव कामयाब नहीं हुआ।
गौरतलब है कि दोबारा चुनाव की घोषणा होने पर कांग्रेस ने करणपुर सीट से गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे रूपिंदर सिंह कुन्नर को टिकट दिया। चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था कि करणपुर की जनता उन्हें वोट उनके पिता गुरमीत सिंह कुन्नर के नाम पर देगी। करणपुर सीट पर आम आदमी पार्टी ने भी उम्मीदवार उतारा था और उसके प्रत्याशी को 11 हजार से ज्यादा वोट मिले। बहरहाल, सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को मंत्री बनाने का भाजपा का दांव कामयाब नहीं हुआ और कांग्रेस के रूपिंदर सिंह कुन्नर बड़े अंतर से चुनाव जीत गए।
इससे पहले राज्य की 199 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने 115 सीटें जीत कर बहुमत हासिल किया और उसके बाद भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया गया। करणपुर सीट पर भाजपा की हार से उनके नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं। वे अपनी पहली परीक्षा में सफल नहीं हो पाए। बहरहाल, नतीजों के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि हार के बावजूद कांग्रेस कमजोर नहीं हुई है और लोकसभा चुनाव में बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी।
गहलोत ने राजस्थान की नई बनी भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि राजस्थान में जब से भाजपा की सरकार बनी है, उनके तौर-तरीके अच्छे नहीं रहे हैं। उन्होंने राजस्थान में देरी से हुए मंत्रिमंडल विस्तार से सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान में सरकार बनीं, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में इन्हें देरी हुई। उन्होंने कहा- यह कोई सरकार चलाने के तौर-तरीके हैं।