prazna foundation: 10 दिसंबर 2024 को जयपुर के वैशालीनगर स्थित केवीजीआईटी (KVGIT) परिसर में एक प्रेरणादायक और समाजोपयोगी कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर प्रजना फाउंडेशन और केवीजीआईटी के प्राचार्य डॉ. अंजु गुप्ता ने मिलकर महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य व अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए किशोरी क्लब की स्थापना की।
इस महत्वपूर्ण पहल के दौरान प्रजना फाउंडेशन की संस्थापक प्रीति शर्मा भी उपस्थित रहीं।
यह क्लब महिलाओं और किशोरियों को स्वास्थ्य, शिक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

किशोरी क्लब का गठन: महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम
जयपुर के केवीजीआईटी (KVGIT) परिसर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में प्रजना फाउंडेशन और केवीजीआईटी ने मिलकर एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी के तहत किशोरी क्लब का गठन किया गया, जिसमें 10 सदस्यों को शामिल किया गया है।
यह क्लब किशोरियों को सशक्त बनाने के साथ-साथ माहवारी स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़े मिथकों को तोड़ने के लिए जागरूकता अभियान चलाएगा।
क्लब का उद्देश्य किशोरियों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति शिक्षित करना और समाज में बदलाव लाने की दिशा में काम करना है।
डॉ. अंजु गुप्ता का प्रेरणादायक संबोधन
डॉ. अंजु गुप्ता ने कार्यक्रम के दौरान मानव अधिकारों और कर्तव्यों पर एक प्रेरणादायक भाषण दिया।
उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य, खासकर माहवारी स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता पर जोर दिया। उनका संबोधन किशोरियों को आत्मनिर्भर बनने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करने वाला था।
उन्होंने कहा, “माहवारी स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत स्वच्छता का विषय नहीं है, यह एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है।”

उनका यह संदेश समाज में माहवारी से जुड़े मिथकों को तोड़ने और किशोरियों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से था।
इस दौरान, प्रीति शर्मा ने इस महत्वपूर्ण पहल में केवीजीआईटी टीम का आभार व्यक्त किया और इस विषय पर साथ जुड़ने के लिए धन्यवाद दिया।
स्वास्थ्य-स्वच्छता का महत्व: जागरूकता सत्र
कार्यक्रम के दौरान किशोरियों को माहवारी से जुड़े सही तथ्यों और स्वच्छता के उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
यह सत्र न केवल मिथकों को तोड़ने पर केंद्रित था, बल्कि किशोरियों को स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने में सक्षम बनाने पर भी जोर दिया गया। इस सत्र का उद्देश्य उन्हें उनके शरीर के प्रति जागरूक करना और सही स्वास्थ्य आदतें अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
किशोरी क्लब की सदस्याओं के लिए खास उपहार

इस विशेष आयोजन में किशोरी क्लब की सदस्याओं को विशेष उपहार दिए गए, जिनमें डायरी, पेन, मग और स्वच्छता से संबंधित पुस्तिकाएं शामिल थीं।
ये उपहार उनके व्यक्तिगत विकास और जागरूकता बढ़ाने में सहायक होंगे। इसके साथ ही, केवीजीआईटी के स्टाफ को भी स्वास्थ्य और स्वच्छता किट वितरित की गई, ताकि पूरे संस्थान में स्वच्छता को बढ़ावा दिया जा सके और संस्थान में जागरूकता फैलाई जा सके।
स्वास्थ्य और अधिकारों के प्रति जागरूकता
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किशोरियों और महिलाओं के स्वास्थ्य और अधिकारों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना था।
डॉ. अंजु गुप्ता ने यह सुनिश्चित किया कि इस आयोजन के माध्यम से किशोरियों को आत्मनिर्भर बनने और उनके अधिकारों के प्रति सजग रहने का संदेश मिले। उनका मानना था कि सशक्त महिलाएं ही समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।

समाज में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद
किशोरी क्लब का गठन और इस तरह के जागरूकता अभियान यह दिखाते हैं कि किस तरह संस्थान और सामाजिक संगठन मिलकर महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के लिए काम कर सकते हैं।
इस पहल के माध्यम से माहवारी से जुड़े मिथकों और सामाजिक कलंक को समाप्त करने की दिशा में एक ठोस कदम उठाया गया है।
इस आयोजन ने न केवल केवीजीआईटी परिसर को गौरवान्वित किया, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता किसी भी सामाजिक बदलाव की नींव होती है।
यह पहल महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और एक स्वस्थ समाज की ओर अग्रसर होने का मार्ग प्रशस्त करती है।
Image Source: prazna foundation


