जयपुर। राजस्थान के राजस्थान के कृषि मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। गुरुवार को एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान एक निजी चैनल से बातचीत के में खुद उन्होंने इस्तीफे की जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा वे दो दिन से दिल्ली में थे। उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री ने बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। उनके इस्तीफे के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
हालांकि मीणा ने कहा कि उनकी संगठन या मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा- मैंने इस्तीफा देने का कहा था, इसलिए मुकर नहीं सकता। उन्होंने लोकसभा चुनाव के समय कहा था कि उनको जिन सीटों की जिम्मेदारी मिली है अगर उनमें से एक भी सीट भाजपा हारेगी तो वे इस्तीफा दे देंगे। नतीजे आए तो उनकी जिम्मेदारी वाली सीटों पर भाजपा हार गई। उसके बाद उनके ऊपर इस्तीफा देने का दबाव था। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी कहा था कि मीणा इस्तीफा देंगे वे पीछे नहीं हटेंगे।
बहरहाल, गुरुवार को मीणा के इस्तीफे की खबर आ गई। उन्होंने इस्तीफे की जानकारी देने के साथ साथ आज की राजनीति पर तंज भी किया। उन्होंने कहा- आज की राजनीति भगवान राम के जैसी हो ये संभव नहीं है, लेकिन राजनीति को इस ओर मोड़ना होगा। किरोड़ीलाल मीणा ने कहा- जैसा कि आप लोग जानते हो कि अथक परिश्रम के बाद भी मैं अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में पार्टी को जीता नहीं सका। मैंने चुनाव के दौरान घोषणा कर दी थी। उस घोषणा को मैंने पूरा किया है। उन्होंने अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा देने की बात कही।
किरोड़ीलाल मीणा कृषि मंत्री पद के अलावा अन्य चार विभाग के मंत्री भी थे। उनके पास कृषि विभाग के अलावा ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन आदि विभाग भी थे। उनके इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कृषि विभाग कृष्ण कुमार विश्नोई को सौंप दिया है। बाकी विभागों का प्रभार किसको दिया गया है, यह पता नहीं चल सका है।