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15-06-2025 Vol 19

धरती पर लौटी भारत की बेटी सुनीता, देखें पहला रिएक्शन और पहली तस्वीर…

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sunita williams return : 9 महीने के लंबे इंतजार की घड़ी आखिरकार समाप्त हो गई जब सुनीता विलियम्स, निक हेग, बुच विल्मोर और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव सफलतापूर्वक धरती पर लौट आए।

इन सभी को ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के माध्यम से सुरक्षित रूप से वापस लाया गया। लैंडिंग के बाद, जैसे ही वे कैप्सूल से बाहर निकले, उनके चेहरे पर घर वापसी की खुशी झलक रही थी। सुनीता विलियम्स ने कैमरे की ओर देखते हुए मुस्कुराकर हाथ हिलाया, जिससे उनकी प्रसन्नता स्पष्ट रूप से दिखाई दी।

दरअसल, ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की सफल लैंडिंग के बाद सभी अंतरिक्ष यात्रियों को एक-एक करके सावधानीपूर्वक बाहर निकाला गया। अंतरिक्ष में बिताए गए लंबे समय के कारण, वे तुरंत अपने पैरों पर खड़े नहीं हो सकते थे, इसलिए उन्हें स्ट्रेचर पर लिटाकर बाहर लाया गया। यह एक सामान्य प्रक्रिया है, जिसे लंबी अवधि के अंतरिक्ष मिशनों के बाद सभी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए अपनाया जाता है।

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 5 जून 2024 को बोइंग के नए स्टारलाइनर क्रू कैप्सूल में सवार होकर अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए थे। मूल योजना के अनुसार, उन्हें केवल एक सप्ताह के भीतर वापस लौटना था, लेकिन मिशन के दौरान तकनीकी समस्याओं के चलते यह समय बढ़ता गया। (sunita williams return)

रास्ते में कई जटिल समस्याएं सामने आईं, जिसके चलते नासा को स्टारलाइनर कैप्सूल को खाली वापस बुलाने का निर्णय लेना पड़ा, और इस कारण उनकी वापसी फरवरी 2025 तक स्थगित हो गई। बाद में स्पेसएक्स कैप्सूल में आई तकनीकी दिक्कतों के कारण मिशन में एक और महीने की देरी हुई।

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नासा के क्रू-9 मिशन के तहत इन अंतरिक्ष यात्रियों ने नौ महीने अंतरिक्ष में बिताए। अंततः, 19 मार्च 2025 को ड्रैगन कैप्सूल ने सफल स्प्लैशडाउन किया, जिसके बाद पहली बार उन्होंने पृथ्वी की ताजी हवा में सांस ली। (sunita williams return)

अंतरिक्ष से लौटने के बाद, उन्हें कुछ समय के लिए पुनर्वास प्रक्रिया से गुजरना होगा, ताकि वे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में फिर से ढल सकें अमेरिकी समयानुसार, सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 1:00 बजे के कुछ समय बाद ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र से अलग हुआ।

इसके बाद, भारतीय समयानुसार बुधवार तड़के 3:27 बजे यह फ्लोरिडा तट पर सुरक्षित रूप से उतरा। इस सफल वापसी के बाद, वैज्ञानिकों और मिशन टीम के सदस्यों ने राहत की सांस ली और अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत किया।

इस मिशन ने न केवल तकनीकी चुनौतियों को पार करने की क्षमता को सिद्ध किया, बल्कि भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए भी महत्वपूर्ण सबक प्रदान किए हैं। (sunita williams return)

अंतरिक्ष में बिताए गए इन नौ महीनों के दौरान, क्रू-9 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों ने विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। उनकी सुरक्षित वापसी से यह स्पष्ट हो गया कि अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं और नई संभावनाओं को तलाश रहे हैं।

मुस्कराते हुए ड्रैगन से बाहर निकलीं सुनीता (sunita williams return)

जब सुनीता विलियम्स ने 9 महीने की अंतरिक्ष यात्रा के बाद धरती पर अपना पहला कदम रखा तो उनका चेहरा देख एक सुकुन मिला था।(sunita williams return)

सुनीता मुस्कराते हुए ड्रैगन से बाहर निकलीं। बाहर निकलकर सुनीता हाथ हिलाया। 9 मीहने बाद वह धरती पर लौटी है। सुनीता के वापस लौटने पर विश्व भर में जश्न का माहौल है।

नौ महीने के अंतरिक्ष प्रवास के बाद, क्रू-9 मिशन के अंतरिक्ष यात्री सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए। स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल की सुरक्षित स्पलैशडाउन लैंडिंग के बाद, रिकवरी टीम ने अपने अभियानों को अंजाम देते हुए अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू की।

सुरक्षा और सावधानी से भरा अभियान

स्पलैशडाउन साइट के पास एक विशेष रिकवरी शिप पहले से ही तैनात थी, जिसमें दो फास्ट बोट्स की मदद से ड्रैगन कैप्सूल को सुरक्षित किया गया। (sunita williams return)

इस प्रक्रिया का उद्देश्य अंतरिक्ष यान को पूरी तरह स्थिर करना और यह सुनिश्चित करना था कि सभी अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित रूप से बाहर निकाले जा सकें। ड्रैगन को जब रिकवरी शिप के मुख्य डेक पर चढ़ाया गया, तब तकनीकी जांच की गई ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि अंतरिक्ष यात्री बिना किसी कठिनाई के बाहर आ सकें।

सबसे पहले निक हेग ने रखा धरती पर कदम

रिकवरी प्रक्रिया के दौरान, सबसे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री निक हेग को बाहर निकाला गया। जैसे ही वह स्पेसक्राफ्ट के कैप्सूल से बाहर आए, उन्होंने हाथ हिलाकर अपनी खुशी जाहिर की। (sunita williams return)

उनकी मुस्कराहट उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी, जो यह दर्शा रही थी कि महीनों बाद पृथ्वी पर लौटने का एहसास कितना अनोखा और भावनात्मक था।

सुनीता विलियम्स की वापसी की खुशी (sunita williams return)

इसके बाद, भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को भी सावधानीपूर्वक ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकाला गया। जैसे ही उन्होंने बाहर कदम रखा, उनकी आंखों में खुशी की चमक साफ देखी जा सकती थी। (sunita williams return)

उन्होंने कैमरे की ओर देखकर मुस्कुराते हुए हाथ हिलाया, जिससे यह साफ जाहिर हो गया कि वह अपने इस अंतरिक्ष अभियान के सफल समापन से कितनी उत्साहित हैं। उनके साथ अन्य अंतरिक्ष यात्री भी एक-एक करके बाहर निकाले गए, और सभी ने धरती पर लौटने की खुशी को खुलकर जाहिर किया।

धरती पर लौटकर अपनों से मिलने की बेताबी

क्रू-9 मिशन के तहत, अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर नौ महीने का महत्वपूर्ण समय बिताया। इस दौरान उन्होंने कई वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधान कार्यों को पूरा किया। (sunita williams return)

यह मिशन न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि मानव अंतरिक्ष यात्रा के भविष्य के लिए भी एक प्रेरणादायक उपलब्धि साबित हुआ।
धरती पर सफलतापूर्वक लौटने के बाद, सभी अंतरिक्ष यात्री बेहद प्रसन्न और भावुक नजर आए। उन्होंने अपने परिवारों से जल्द मिलने की इच्छा जाहिर की।

रिकवरी टीम ने सभी यात्रियों की प्राथमिक स्वास्थ्य जांच की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण वातावरण में पुनः ढलने के लिए तैयार हैं। (sunita williams return)

अंतरिक्ष से वापस आने की अनोखी अनुभूति

अंतरिक्ष से वापस लौटना एक अलग ही अनुभव होता है। लंबे समय तक शून्य गुरुत्वाकर्षण में रहने के बाद, जब कोई अंतरिक्ष यात्री धरती के वातावरण में प्रवेश करता है, तो उसका शरीर इस बदलाव को महसूस करता है। यही कारण है कि सभी अंतरिक्ष यात्रियों की बारीकी से स्वास्थ्य जांच की जाती है और उन्हें विशेष देखरेख में रखा जाता है।

सुनीता विलियम्स की ऐतिहासिक वापसी

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर 9 महीने के लंबे अंतरिक्ष मिशन के बाद धरती पर सुरक्षित लौट आए हैं। (sunita williams return)

उनके साथ क्रू-9 के दो अन्य एस्ट्रोनॉट निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी पृथ्वी पर वापस आए। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से पृथ्वी तक पहुंचने में उन्हें 17 घंटे लगे।

जब उनका स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर रहा था, तो इसका तापमान 1650 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया, जिससे कुछ देर के लिए कम्युनिकेशन ब्लैकआउट हो गया। इसके बावजूद, सभी अंतरिक्ष यात्री पूरी तरह सुरक्षित रहे। ड्रैगन कैप्सूल के अलग होने से लेकर फ्लोरिडा के समुद्र में उतरने तक का सफर 17 घंटे में पूरा हुआ।

डॉल्फ़िन ने किया अनोखा स्वागत

जैसे ही कैप्सूल फ्लोरिडा के तट पर गिरा, वहां कई डॉल्फ़िन कैप्सूल के चारों ओर तैरती नजर आईं, मानो अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत कर रही हों। यह दृश्य बेहद खास और भावुक कर देने वाला था। (sunita williams return)

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने नौ महीने पहले बोइंग की एक परीक्षण उड़ान के जरिए ISS पर अपनी यात्रा शुरू की थी। अब स्पेसएक्स कैप्सूल में सवार होकर उन्होंने अपने अंतरिक्ष अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया और मंगलवार को ISS को अलविदा कहकर घर लौट आए।

फ्लोरिडा तट पर उतरा ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट (sunita williams return)

ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ने एक महत्वपूर्ण मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करते हुए फ्लोरिडा के तट पर सुरक्षित लैंडिंग की। यह कैप्सूल अमेरिका के पूर्वी तटीय समयानुसार, सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात एक बजे (भारतीय समयानुसार पूर्वाह्न 10:30 बजे) के कुछ समय बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) से अलग हुआ।

मौसम की अनुकूलता को देखते हुए, यह पूर्वी तटीय समयानुसार सुबह 5. 57 (भारतीय समयानुसार मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात तीन बजकर 27 मिनट) पर फ्लोरिडा के तट पर उतरा। (sunita williams return)

फ्लोरिडा के तट पर पानी में सफल लैंडिंग

स्पेसक्राफ्ट के पृथ्वी पर लौटने की प्रक्रिया सोमवार रात से शुरू हुई, जब इसका दरवाजा बंद किया गया और थोड़ी देर बाद इसे अंतरिक्ष स्टेशन से अलग कर दिया गया। इस दौरान, पृथ्वी की कक्षा से निकलने के लिए आवश्यक सभी तकनीकी प्रक्रियाएं पूरी की गईं।

मंगलवार-बुधवार की रात 2 बजकर 41 मिनट पर डीऑर्बिट बर्न शुरू किया गया, जिसमें स्पेसक्राफ्ट का इंजन उल्टी दिशा में फायर किया गया ताकि उसकी गति नियंत्रित हो और वह धरती के वायुमंडल में प्रवेश कर सके। (sunita williams return)

जैसे ही स्पेसक्राफ्ट ने वायुमंडल में प्रवेश किया, घर्षण के कारण उच्च तापमान उत्पन्न हुआ, लेकिन विशेष हीट शील्ड की मदद से अंतरिक्ष यान ने सुरक्षित रूप से अपनी यात्रा पूरी की।

अंततः, भारतीय समयानुसार बुधवार की रात 3 बजकर 27 मिनट पर यह फ्लोरिडा के तट के पानी में उतरा, जहां रिकवरी टीम पहले से तैयार थी। (sunita williams return)

अंतरिक्ष मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका

ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट का यह मिशन बेहद महत्वपूर्ण था क्योंकि यह न केवल अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रूप से वापस लाने के लिए डिजाइन किया गया था, बल्कि इसमें अंतरिक्ष स्टेशन से महत्वपूर्ण वैज्ञानिक उपकरण और प्रयोगों के नमूने भी लाए गए। इस सफल लैंडिंग ने भविष्य में मानवयुक्त अंतरिक्ष यात्राओं के लिए एक और बड़ी सफलता को चिह्नित किया है।

इस मिशन की सफलता ने नासा और स्पेसएक्स के बीच साझेदारी को और मजबूत किया है और यह दर्शाया है कि अंतरिक्ष यात्राएं अब पहले से अधिक सुरक्षित और प्रभावी हो गई हैं।

इस उपलब्धि ने अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ा है और भविष्य की मिशनों के लिए नए द्वार खोले हैं। (sunita williams return)

अंतरिक्ष से लौटे हीरो, जिन्होंने ब्रह्मांड की गहराइयों में झांका और अब धरती पर अपनी उपलब्धियों के साथ लौटे!

Naya India

Naya India, A Hindi newspaper in India, was first printed on 16th May 2010. The beginning was independent – and produly continues to be- with no allegiance to any political party or corporate house. Started by Hari Shankar Vyas, a pioneering Journalist with more that 30 years experience, NAYA INDIA abides to the core principle of free and nonpartisan Journalism.

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