उत्तराखंड की पावन भूमि पर चारधाम यात्रा इन दिनों चरम पर है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री — इन चारों धामों के दर्शन के लिए देशभर से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। 30 अप्रैल से आरंभ हुई इस आध्यात्मिक यात्रा में अब तक 27 लाख से अधिक श्रद्धालु पुण्य लाभ प्राप्त कर चुके हैं।
पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम की अनिश्चितता और कठिन परिस्थितियों के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई है। कभी बारिश तो कभी बर्फबारी, लेकिन भक्तों के हौसले को न तो मौसम रोक सका और न ही रास्तों की चुनौतियाँ। निरंतर श्रद्धालु भारी संख्या में चारों धामों के दर्शन को पहुंच रहे हैं और ईश्वर के चरणों में अपने को समर्पित कर रहे हैं।
यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाती है कि भारतीय जनमानस की श्रद्धा, भक्ति और संकल्प किस स्तर तक जा सकते हैं। चारधाम यात्रा का मुख्य केंद्र हमेशा से ही केदारनाथ धाम रहा है। हर बार की तरह इसबार भी केदारनाथ धाम में सबसे ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे है। चारधाम यात्रा में केदारनाथ धाम ही श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र बना हुआ है।
2013 की बाद के बाद से बाबा केदारनाथ के लिए श्रद्धालुओं के मन में अधिक आस्था और विश्वास के केंद्र बन गया है। 2013 की बाढ़ में जब बाबा केदार के अद्भूत और अविश्वसनीय चमत्कार देखे गए तो भक्तों को विश्वास हो गया कि वास्तव में ही केदारनाथ धाम में साक्षात महादेव विराजते है और विभिन्न रूपों में अपने भक्तों को दर्शन देकर उनकी मनोकामना पूर्ण करते है।
30 अप्रैल से शुरू हुई थी चारधाम यात्रा
उत्तराखंड की पवित्र भूमि पर स्थित चारधाम यात्रा हर वर्ष देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती है। इस वर्ष 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा का शुभारंभ हुआ था।
इसी दिन यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे, जिससे यात्रा का औपचारिक आरंभ हुआ। इसके बाद 2 मई को बाबा केदारनाथ धाम और 4 मई को भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खोल दिए गए, और तब से श्रद्धालुओं का कारवां लगातार इन पावन धामों की ओर बढ़ रहा है।
यात्रा के आरंभ से लेकर अब तक केवल 42 दिनों के भीतर कुल 27 लाख 62 हजार से अधिक श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं। सबसे अधिक आस्था के केंद्र में बाबा केदारनाथ धाम रहा, जहां रोजाना लगभग 20,000 से अधिक श्रद्धालु दर्शन हेतु पहुंच रहे हैं। कठिन पर्वतीय मार्गों और बदलते मौसम के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई है।
हेमकुंड साहिब में बड़ी संख्या पहुंच रहे श्रद्धालु
चारधाम यात्रा के समानांतर सिख धर्म का पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को आकर्षित कर रहा है। 25 मई से शुरू हुई हेमकुंड साहिब यात्रा में अब तक 95,660 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
12 जून को ही 6,826 श्रद्धालु वहां पहुंचे, जो इस यात्रा की लोकप्रियता और महत्व को दर्शाता है। भारी बर्फबारी के बीच भी श्रद्धालु श्रद्धा से ओत-प्रोत होकर इस कठिन यात्रा को सफलतापूर्वक तय कर रहे हैं।
चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्राएं न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि ये यात्राएं हमारे भीतर आध्यात्मिक चेतना, धैर्य और विश्वास का संचार भी करती हैं। सरकार और प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाएं, मार्गों की सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और परिवहन सुविधाएं यात्रियों को सहज और सुरक्षित अनुभव प्रदान कर रही हैं।
यह यात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आत्मिक ऊर्जा से भरपूर एक अनुभव है, जो जीवनभर स्मरणीय रहता है।
अब तक चारों धाम में पहुंचे श्रद्धालु
यमुनोत्री धाम — 4,59,495
गंगोत्री धाम——4,52,409
केदारनाथ धाम –9,94,031
बद्रीनाथ धाम —-7,71,396
हेमकुंड साहिब — 95660
कुल यात्रियों की संख्या -27,62,954
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