नई दिल्ली। दिल्ली में कार सवारों द्वारा एक स्कूटी को ठोकर मारने और स्कूटी सवार युवती को 12 किलोमीटक तक घसीटने के मामले में दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को नए खुलासे किए। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को बताया कि आरोपी पांच नहीं, बल्कि सात हैं। दो नए आरोपी आशुतोष और अंकुश खन्ना की तलाश की जा रही है। पुलिस ने दूसरा खुलासा यह किया कि आरोपियों का मृतक लड़की अंजलि और उसकी दोस्त निधि के साथ पुराना कनेक्शन नहीं है।
इस बीच दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने पांच आरोपियों की पुलिस हिरासत चार दिन के लिए बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि जो नए आरोपी हैं उनमें से एक आरोपी का भाई अमित है। वहीं गाड़ी चला रहा था। उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। उसे बचाने के लिए ही दीपक का नाम आगे किया गया। गौरतलब है कि पहले कहा गया था कि दीपक गाड़ी चला रहा था।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों को पता था कि लड़की कार के नीचे फंसी है। इसके बाद भी वे गाड़ी चलाते रहे। पुलिस के मुताबिक हादसा 31 दिसंबर की रात को दो बजकर चार मिनट से दो बज कर छह मिनट के बीच हुआ। पुलिस को अंजलि का मोबाइल अभी तक नहीं मिल पाया है। इस बीच दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा है कि कंझावला मामले में सीबीआई जांच हो।
बहरहाल, आगे की जांच में पुलिस आरोपियों की बैक रूट मैपिंग करेगी। इससे यह जानने की कोशिश होगी कि उस रात क्या हुआ होगा और आरोपियों ने क्या किया होगा। बुधवार की देर रात पुलिस अधिकारियों की एक हाई लेवल मीटिंग भी हुई। पुलिस पांचों आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवा सकती है वह इसके लिए कोर्ट से अनुमति मांगेगी।