नई दिल्ली। राज्यसभा (Rajya Sabha) में बुधवार को नियम 267 (rule 267) के तहत, नियत कामकाज निलंबित कर अपने-अपने मुद्दों पर चर्चा कराए जाने के लिए दिए गए नोटिस सभापति जगदीप धनखड़द (Jagdeep Dhankhard) द्वारा अस्वीकार किए जाने के विरोध में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party), भारत राष्ट्र समिति (Bharat Rashtra Samithi) (बीआरएस BRS) और शिवसेना (Shiv Sena) के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।
उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए गए। इसके बाद सभापति धनखड़ ने बताया कि उन्हें शिवसेना के संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और बीआरएस सदस्य के केशव राव की ओर से नियम 267 के तहत चार नोटिस मिले हैं।
सभापति ने कहा कि चारों नोटिस व्यवस्था के अनुरूप नहीं पाए गए, इसलिए उन्हें स्वीकार नहीं किया गया। बीआरएस सदस्य के केशव राव ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि सदन में उन्हें महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने भी अपने नोटिस का जिक्र करते हुए कहा कि अडाणी समूह से जुड़ा मुद्दा महत्वपूर्ण है और इस पर चर्चा की जानी चाहिए। सभापति ने उन्हें अनुमति नहीं दी और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए कहा। इस पर विरोध जताते हुए आम आदमी पार्टी, बीआरएस और शिवसेना के उद्धव ठाकरे नीत गुट के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।
सभापति ने बताया कि उच्च सदन में आज शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं होगा और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा आगे बढ़ाई जाएगी। इसके बाद उन्होंने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सुरेंद्र सिंह नागर का नाम पुकारा। (भाषा)