आईएएस छवि रंजन की प्रेम प्रकाश के साथ की बैठक से जेल सुपरिटेंडेंट भी मुश्किल में

आईएएस छवि रंजन की प्रेम प्रकाश के साथ की बैठक से जेल सुपरिटेंडेंट भी मुश्किल में

रांची। रांची के जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) केस में आईएएस छवि रंजन (IAS Chhavi Ranjan) जिस दिन जेल भेजे गए, उसी दिन उन्होंने वीआईपी सेल में पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश के साथ बैठक की थी। प्रेम प्रकाश (Prem Prakash) भी मनी लॉन्ड्रिंग केस में पहले से जेल में बंद है। ईडी ने दोनों की मुलाकात का सीसीटीवी फुटेज जब्त किया है। अब ईडी (ED) इस मामले में रांची स्थित बिरसा मुंडा जेल (Birsa Munda Jail) के सुपरिटेंडेंट और जेलर को पूछताछ के लिए समन भेजने की तैयारी कर रहा है।

पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश के साथ बैठक का फुटेज सामने आने के बाद आईएएस छवि रंजन की परेशानियां और बढ़ सकती हैं। ईडी उन्हें रिमांड पर लेकर पिछले दस दिनों से पूछताछ कर रही है। इस दौरान उनसे पहले ही दिन पूछा गया था कि प्रेम प्रकाश को आप कैसे जानते हैं और उससे आपका क्या संबंध है? इस सवाल पर उन्होंने किसी भी प्रेम प्रकाश नामक शख्स को जानने या उससे संबंध होने से साफ तौर पर इनकार किया था।

अब जबकि ईडी ने दोनों की मुलाकात का सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिया है, तब उनकी रिमांड अवधि बढ़ाने की दरख्वास्त कोर्ट से की जा सकती है। ईडी की टीम ने सोमवार को कोर्ट की इजाजत से बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में सर्च रेड मारी थी। इसी दौरान जेल का सीसीटीवी फुटेज जब्त किया गया। इसमें पाया गया कि विगत 5 मई को जेल भेजे गए छवि रंजन के सेल में उसी रोज शाम 6 बजकर 41 मिनट पर प्रेम प्रकाश चेहरे पर गमछा लपेट कर पहुंचे। लगभग एक घंटे तक छवि रंजन के सेल में उनके साथ रहने के बाद वह शाम 7 बजकर 36 मिनट पर बाहर निकले।

बताया जा रहा है कि जेल मैन्युअल के अनुसार सूर्यास्त के बाद जेल के सभी कैदी अपने वार्ड में बंद कर दिए जाते हैं। वे न तो अपने वार्ड से बाहर निकल सकते हैं और न ही किसी दूसरे वार्ड के कैदी से मिल सकते हैं। जेल मैन्युअल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के अभियुक्तों की गलत तरीके से मुलाकात के मामले में ईडी आज या कल जेल अधीक्षक और जेलर को समन जारी कर सकता है।

बता दें कि रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन पर सेना के कब्जे वाली जमीन की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री के मामले में संलिप्तता का आरोप है। इस मामले में ईडी ने उनके ठिकानों पर छापामारी की थी। इसके बाद बीते 5 मई को दस घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर बिरसा मुंडा जेल भेजा गया था। इसके बाद झारखंड सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था।

पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश को पिछले साल 25 अगस्त को ईडी ने तब गिरफ्तार किया था, जब उसके रांची के हरमू स्थित आवास पर छापामारी के दौरान दो एके 47 राइफलें, 60 कारतूस और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कई दस्तावेज बरामद किए गए थे। (आईएएनएस)

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