बेंगलुरू। कर्नाटक में सिद्धरमैया के नेतृत्व में नई सरकार बन गई है। राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने शनिवार को सिद्धरमैया को मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के साथ शनिवार को दोपहर साढ़े 12 बजे चार कैबिनेट और चार राज्यमंत्रियों को शपथ दिलाई गई। डॉ. जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, केजे जॉर्ज और एमबी पाटिल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। सतीश जारकिहोली, प्रियांक खड़गे, रामालिंगा रेड्डी और जमीर अहमद खान ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
शपथ ग्रहण के मौके पर कांग्रेस राहुल गांधी ने कर्नाटक के लोगों को धन्यवाद दिया और कहा- मोहब्बत के लिए जनता का शुक्रिया। उन्होंने कहा- हमने आपसे पांच वादे किए थे। एक-दो घंटे में कर्नाटक सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग होगी। उसमें ये पांच वादे कानून बन जाएंगे। मैंने कहा था कि हम झूठे वादे नहीं करते। हम जो कहते हैं, वह करते हैं। इसके बाद शाम को चार बजे के करीब कैबिनेट की पहली मीटिंग हुई, जिसमें कांग्रेस की ओर से दी गई पांच गारंटियों को कानून बनाने की मंजूरी दी गई।
बहरहाल, मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के साथ 10 लोगों की सरकार में उत्तर कर्नाटक की जगह दक्षिण कर्नाटक को तवज्जो दी गई है। दक्षिण कर्नाटक से पांच मंत्री हैं, जबकि उत्तर से सिर्फ तीन हैं। आठ में से सबसे ज्यादा तीन मंत्री अनुसूचित जाति से हैं। अगर सरकार के सामाजिक समीकरण की बात करें तो मुख्यमंत्री सिद्धकमैया कुरुबा हैं तो उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से हैं। इनके अलावा, डॉ जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा और प्रियांक खड़गे अनुसूचित जाति से हैं। सतीश जारकिहोली अनुसूचित जनजाति और एमबी पाटिल लिंगायत हैं। केजी जॉर्ज ईसाई, जमीर अहमद खान मुस्लिम और रामालिंगा रेड्डी रेड्डी समुदाय से हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक सरकार में कुल 34 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। अभी सिर्फ आठ को शपथ दिलाई गई है। जिन मंत्रियों ने शनिवार को शपथ दिलाई गई वे सभी पुराने नेता हैं और सीधे आलाकमान के संपर्क में हैं। इसके बाद सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार गुट के विधायकों को मंत्री बनाया जाना है। उनके बारे में फैसला दोनों नेता खुद करेंगे। अपनी अपनी सूची लेकर दोनों नेता पार्टी आलाकमान से मिलेंगे और मंजूरी के बाद उनको मंत्री बनाया जाएगा। जल्दी ही स्पीकर के नाम पर फैसला होगा।