नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली की शराब नीति की कथित गड़बड़ी के मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली की एक अदालत ने सात दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है। सिसोदिया को ईडी ने गुरुवार को गिरफ्तार किया था। उससे पहले 24 फरवरी को उनको सीबीआई ने गिरफ्तार किया था और आठ दिन की पूछताछ के बाद उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। ईडी ने उनको तिहाड़ जेल से ही गिरफ्तार किया।
सात दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेजे जाने के बाद सीबीआई के मामले में सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई भी टाल दी गई है। सिसोदिया की जमानत याचिका पर अब 21 मार्च को दोपहर दो बजे सुनवाई होगी। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सिसोदिया से पूछताछ के लिए 10 दिन की रिमांड मांगी थी। हालांकि, अदालत ने मनीष सिसोदिया को सात दिन की ईडी रिमांड में भेजा है।
ईडी ने हिरासत मांगते हुए बताया कि शराब नीति का फैसला मंत्री समूह का बताया गया है, लेकिन हकीकत यह है कि एक आदमी के अलावा इसकी जानकारी किसी और को नहीं थी। ईडी ने बताया कि पूरे सिंडीकेट का विजय नायर नेतृत्व कर रहा था। विजय नायर से ही तेलंगाना की एमएलस के कविता ने मुलाकात की थी। इस मामले में ईडी ने के कविता और विजय नायर के व्हाट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट पेश किया है। ईडी ने दावा किया कि शराब नीति तैयार करने के पीछे साजिश थी। इसके नियम बदलकर कुछ खास लोगों को छह की जगह 12 फीसदी लाभ पहुंचाया गया। सिसोदिया ने इससे जुड़े डिजिटल सबूत भी मिटा दिए।