nayaindia Wrestlers medals in the Ganges पहलवानों ने गंगा में नहीं बहाए मेडल
ताजा पोस्ट

पहलवानों ने गंगा में नहीं बहाए मेडल

ByNI Desk,
Share

हरिद्वार। कोई दो घंटे के हाई वोल्टेज और इमोशनल घटनाक्रम के बाद पहलवानों ने अपने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मेडल गंगा में बहाने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया। भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत और पश्चिम उत्तर प्रदेश की कई खाप पंचायतों के चौधरियों के कहने पर पहलवानों ने अपना फैसला पांच दिन के लिए टाला। इसके बाद नरेश टिकैत ने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केंद्र सरकार को पांच दिन का अल्टीमेटम दिया। पहलवानों ने अपने मेडल्स और मोमेंटो की पोटली टिकैत को सौंप दी है।

गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा के सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने महिला पहलवानों का यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। वे उनके खिलाफ दिल्ली में जंतर मंतर पर 38 दिन तक धरने पर बैठे। दो दिन पहले पुलिस ने उनका धरना समाप्त कराया है। उसके बाद उन्होंने ऐलान किया था कि वे अपने पदक हर की पैड़ी पर जाकर गंगा में बहा देंगे।

पहलवान मेडल बहाने के लिए मंगलवार को हरिद्वार पहुंच गए थे। इसका पता चलते ही किसान नेता नरेश टिकैत वहां पहुंचे। उनके साथ कई खाप पंचायतों के चौधरी भी थे। पहलवानों से बात कर नरेश टिकैत ने पांच दिन का समय लिया। टिकैत ने उनसे मेडल्स और मोमेंटो वाली पोटली भी ले ली। इसके बाद सभी पहलवान एक ही गाड़ी में बैठकर वापस हरियाणा के लिए रवाना हो गए हैं। गौरतलब है कि दुनिया के सर्वकालिक महान एथलीट मुक्केबाज मोहम्मद अली ने भी अपना ओलंपिक पदक ओहायो नदी में फेंक दिया था। नस्लभेद से नाराज मोहम्मद अली ने पदक बहाया था।

बहरहाल, मंगलवार को साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट करीब एक घंटे तक हर की पौड़ी में बैठकर मेडल पकड़े रोते रहे। ध्यान रहे साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ओलंपिक पदक विजेता हैं। बहरहाल, गंगा में मेडल बहाने पहुंचीं पहलवान साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि मेडल्स गंगा में प्रवाहित करने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे। उन्होंने लिखा- हमने पवित्रता से इन मेडल को हासिल किया था। इन मेडल को पहनाकर तेज सफेदी वाला तंत्र सिर्फ अपना प्रचार करता है। फिर हमारा शोषण करता है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को नहीं लौटाएंगे, क्योंकि उन्होंने हमारी कोई सुध नहीं ली।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें

Naya India स्क्रॉल करें