न्यूयॉर्क। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को हराने का दावा किया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में शुक्रवार को अपने भाषण में शरीफ ने भारत को दुश्मन बताते हुए दावा किया कि भारत के साथ हुए संघर्ष में पाकिस्तान की जीत हुई थी। उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान शांति चाहता है। शहबाज ने कहा कि उन्होंने पहलगाम हमले की निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय जांच की अपील की थी, लेकिन भारत ने उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और उस त्रासदी का राजनीतिक फायदा उठाया। उन्होंने एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया और कहा कि वे हमेशा कश्मीरियों के साथ खड़े हैं। शरीफ ने उम्मीद जताई कि एक दिन संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का फैसला होगा।
शरीफ ने अपने भाषण में कहा कि वे पिछले साल ही संयुक्त राष्ट्र के मंच से चेतावनी दे चुके थे कि पाकिस्तान किसी बाहरी हमले को सहने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी चेतावनी सच साबित हुई। इस साल मई में बिना उकसावे के पाकिस्तान पर हमला हुआ। शाहबाज ने दावा किया कि पाकिस्तान ने संघर्ष के दौरान मजबूत स्थिति में होते हुए भी सीजफायर का समर्थन किया। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि अगर उनका दखल नहीं होता तो पूरे इलाके में बड़ी जंग हो सकती थी।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि ट्रंप की शांति की कोशिशों को देखकर ही पाकिस्तान ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया है। उन्होंने कहा कि ट्रंप की वजह से दक्षिण एशिया में एक विनाशकारी जंग टल गई। शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान विवादित मुद्दों को लेकर भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने भारत पर सिंधु जल संधि को एकतरफा तौर पर रोकने का आरोप लगाया और कहा कि यह न सिर्फ संधि का उल्लंघन है बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून का भी उल्लंघन है।