नई दिल्ली। पाकिस्तानी फौजियों और खुफिया एजेंसी आईएआई के लोगों से भरी ट्रेन हाईजैक के मुद्दे पर बलूच लिबरेशन आर्मी और पाक आर्मी अलग अलग बयान दे रहे हैं और एक दूसरे के बयान को गलत ठहरा रहे हैं। बलूच लड़ाकों ने गुरुवार को हाईजैक ट्रेन छुड़ा लेने के पाकिस्तानी सेना के दावे को झूठा करार दिया है। बलूच लिबरेशन आर्मी, बीएलए ने कहा कि अभी भी बलूचिस्तान के सिबि इलाके में लड़ाई जारी है। बीएलए ने बताया कि पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ है। उसके मुताबिक सेना अपनी हार और नाकामी को छिपाने के लिए लगातार झूठे दावे कर रही है।
बलूच लिबरेशन आर्मी ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा है कि अगर वाकई पाकिस्तानी सेना ने बंधकों को रिहा करवा लिया है तो वो उन बंधकों की तस्वीर क्यों नहीं जारी कर रही है। उसने कहा है, ‘दरअसल, हमने युद्ध नैतिकता और अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत बुजुर्ग, बच्चों और महिलाओं को छोड़ा था। इसे पाकिस्तान सरकार अपना एचीवमेंट बता रही है’। गौरतलब है कि एक दिन पहले बुधवार की देर रात को पाकिस्तान ने दावा किया कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने ट्रेन हाईजैक संकट खत्म कर दिया है और 33 बलूच लड़ाकों को मार गिराया है। इस ऑपरेशन में कुछ बंधक भी मारे गए हैं।
उधर, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि बलूच लड़ाके हाईजैक के दौरान अफगानिस्तान में मौजूद अपने सरगनाओं के संपर्क में थे, उन्हें वहां से आदेश मिल रहे थे। हालांकि अफगानिस्तान की सरकार ने इस दावे को नकार दिया है। बीएलए ने बुधवार शाम को दावा किया था कि उसने एक सौ पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है।