नई दिल्ली। खुदरा महंगाई दर में बड़ी गिरावट आई है। गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई की दर मई में तीन फीसदी से नीचे होकर 2.82 फीसदी पर आ गई है। यह छह साल का निचला स्तर है। इससे पहले मार्च 2019 में ये 2.86 फीसदी महंगाई दर रही थी। बताया जा रहा है कि खाने पीने के सामानों की कीमतों में लगातार गिरावट के कारण खुदरा महंगाई दर घटी है।
इससे पहले अप्रैल में खुदरा महंगाई दर घट कर 3.16 फीसदी पर आ गई थी। उससे पहले मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर 3.34 फीसदी रही थी। ये महंगाई का 67 महीने का निचला स्तर था। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने खुदरा महंगाई दर को चार फीसदी तक रखने का लक्ष्य तय किया है। इसमें अधिकतम दो फीसदी के कमी या बढ़ोतरी हो सकती है। फरवरी से ही खुदरा महंगाई दर रिजर्व बैंक के लक्ष्य चार फीसदी से नीचे है।
गौरतलब है कि महंगाई के बास्केट में करीब 50 फीसदी योगदान खाने-पीने की चीजों का होता है। इसकी महीने दर महीने की महंगाई दर 1.78 से घट कर 0.99 फीसदी हो गई है। अप्रैल महीने में ग्रामीण महंगाई दर 2.92 से घटकर 2.59 फीसदी हो गई है। वहीं शहरी महंगाई 3.36 से घटकर 3.07 फीसदी हो गई है। गौरतलब है कि चार से छह जून तक हुई रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति बैठक हुई थी, जिसमें रेपो रेट में आधा फीसदी की कमी की गई। महंगाई घटने की वजह से आरबीआई लगातार ब्याज दर में कमी कर रहा है। मौद्रिक नीति समिति ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई का अनुमान चार से घटा कर 3.7 फीसदी कर दिया था।