चंडीगढ़। न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की कानूनी गारंटी देने और अन्य मुद्दों को लेकर एक साल से आंदोलन कर रहे किसानों के साथ केंद्र सरकार की एक अहम वार्ता शुक्रवार को हुई। करीब तीन घंटे तक चली यह वार्ता अच्छे माहौल में हुई और तय हुआ कि अगली वार्ता 22 फरवरी को होगी। उसमें केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे। शुक्रवार की मीटिंग में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी शामिल हुए। उन्होंने आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत पर चिंता जताई।
केंद्र सरकार के साथ इस मीटिंग में किसानों की तरफ से 28 किसान नेता शामिल हुए थे। बैठक के बाद बताया गया कि मीटिंग काफी अच्छे माहौल में हुई है। गौरतलब है कि हरियाणा व पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान 13 फरवरी 2024 से फसलों पर एमएसपी की गारंटी के कानून सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। बहरहाल, संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के सरवन सिंह पंधेर ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल की अगुआई की।
पिछले 81 दिन से खनौरी बॉर्डर पर अनशन कर रहे जगजीत सिंह डल्लेवाल एम्बुलेंस में चंडीगढ़ पहुंचे। उन्हें स्ट्रैचर से कॉन्फ्रेंस हॉल में लाया गया है। केंद्र की तरफ से केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, पंजाब सरकार की तरफ से कृषि मंत्री गुरमीत खुड्डियां और मंत्री लाल चंद कटारूचक्क शामिल बैठक में शामिल हुए। ध्यान रहे इस मीटिंग से पहले किसानों ने चेतावनी दी थी कि अगर मीटिंग में हल नहीं निकला तो किसान दिल्ली कूच करेंगे। इसके लिए 25 फरवरी की तारीख तय की गई है।
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