नई दिल्ली। ऑपरेशन महादेव के तहत मारे गए तीन आतंकवादियों की पहचान को लेकर बड़ी खबर आई है। ये तीनों आतंकवादी स्थानीय नहीं, बल्कि पाकिस्तानी थे। सुरक्षा एजेंसी के जानकार अधिकारी ने सबूतों के आधार पर यह खबर समाचार एजेंसी पीटीआई को दी है। अधिकारी ने बताया है कि आतंकवादियों के पास और मुठभेड़ की जगह से मिले छह सबूत से स्पष्ट हुआ है कि वे पाकिस्तान से थे। हालांकि आधिकारिक रूप से सेना ने ऐसी किसी खबर का खंडन किया है।
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मुठभेड़ की जगह से सुरक्षा बलों को आतंकियों के पास से पाकिस्तानी वोटर आईडी सहित अन्य सबूत मिले थे। सुरक्षा एजेंसी ने इन सबूतों को पाकिस्तान के नेशनल डेटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी, एनएडीआरए से मैच किया। आतंकवादियों के वोटर आईडी, बायोमेट्रिक रिकॉर्ड पाकिस्तान सरकार की ओर से जारी डिटेल्स से मैच हुए। इनमें सेटेलाइट फोन और जीपीएस डेटा भी शामिल हैं। अधिकारी ने कहा, ‘ये सबूत आतंकवादियों की पाकिस्तानी नागरिकता साबित करते हैं’।
हालांकि, रक्षा मंत्रालय के इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ यानी आईडीएस ने कहा कि सोशल मीडिया पर पहलगाम हमलावरों की पहचान और बैकग्राउंड को लेकर एक रिपोर्ट फैलाई जा रही है। यह रिपोर्ट सेना की ओर से जारी नहीं हुई है। सशस्त्र बलों के किसी अधिकारी या प्रवक्ता ने यह जानकारी नहीं दी है।