नई दिल्ली। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री और अलग झारखंड राज्य के गठन के लिए संघर्ष करने वाले योद्धा दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन हो गया है। वे पिछले करीब एक महीने से दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती थी। सोमवार की सुबह अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। उस समय उनके बेटे और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और परिवार के अन्य सदस्य उनके साथ थे। वे 80 साल के था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल में जाकर अंतिम दर्शन किए और उनको श्रद्धांजलि दी।
शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर सोमवार की शाम को दिल्ली से रांची ले जाया गया। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी उनके अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। बताया गया है कि शिबू सोरेन का का अंतिम संस्कार मंगलवार को रामगढ़ के पैतृक गांव नेमरा में दोपहर 12 बजे होगा। यह भी बताया गया है कि छोटे बेटे बसंत सोरेन उन्हें मुखाग्नि देंगे।
इससे पहले दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगाराम अस्पताल पहुंचकर शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राजद नेता मीसा भारती, मनोज झा और कई अन्य नेताओं ने भी अस्पताल में उनके परिजनों से मुलाकात की। गौरतलब है कि शिबू सोरेन पिछले डेढ़ महीने से अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। वे पिछले एक महीने से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। शिबू सोरेन लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। वे बीते एक साल से डायलिसिस पर थे। पिछले कुछ दिनों से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी।