चंडीगढ़। न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली कूच का ऐलान करने वाले किसानों ने इसे थोड़े दिन के लिए टाल दिया है। हालांकि आंदोलन समाप्त नहीं हुआ है। किसान आंदोलन के 17वें दिन गुरुवार को किसानों के दिल्ली कूच पर कोई घोषणा नहीं हुई। इस बीच पंजाब पुलिस ने युवा किसान शुभकरण की मौत के मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है, जिसके बाद गुरूवार को बठिंडा में खनौरी बॉर्डर पर शुभकरण का अंतिम संस्कार किया गया। शुभकरण की मौत 21 फरवरी को हुई थी। Farmers Protest 2024
अंतिम संस्कार के दौरान बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। अंतिम संस्कार में पहुंचे किसान नेता सरवण सिंह पंधेर और जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि तीन मार्च को शुभकरण की आत्मिक शांति के लिए अरदास रखी गई है। दिल्ली कूच को लेकर उन्होंने कहा कि अभी यह माहौल इस बारे में बात करने का नहीं है। उन्होंने कहा- फिलहाल किसान पंजाब और हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे रहेंगे। आंदोलन अभी खत्म नहीं होगा। Farmers Protest 2024
किसान नेताओं ने कहा- किसानों की फसल की एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून, डॉ. स्वामीनाथन कमीशन के फैसले के हिसाब से फसलों के दाम और किसान-मजदूरों की कर्ज माफी तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा- शुभकरण सरकार के जुल्म का मुकाबला सब्र से करता हुआ प्राणों की आहूति देकर गया है। सरकार ने किसानों के दबाव में शुभकरण को शहीद करार दिया। ऑफ सीजन में गन्ने का भाव बढ़ाना पड़ा। हरियाणा में सरकार को कर्ज पर ब्याज-जुर्माना माफ करना पड़ा। उन्होंने कहा- देश के लोग कहते थे कि तीन कानून वापस करवाकर पंजाब के किसानों ने आंदोलन खत्म कर दिया। मगर, आज हमने वही आंदोलन फिर से खड़ा कर दिया। हम सरकार को सबक सिखाएंगे।