Kishan andolan

  • किसानों ने कई जगह ट्रेनें रोकीं

    चंडीगढ़। न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की कानूनी गारंटी के लिए आंदोलन कर रहे किसानों ने रविवार को पंजाब और हरियाणा में कई जगह ट्रेन का चक्का जाम किया। पंजाब और हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 27 दिन से आंदोलन में डटे किसानों ने रविवार को देश भर में चार घंटे के लिए रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया था। इस दौरान पंजाब में 52 जगहों और हरियाणा में तीन जगहों पर ट्रेनें रोकी गईं। हरियाणा के सिरसा में रेलवे लाइन बंद करने के लिए जा रहे 45 किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। Farmers Protest...

  • किसान छह मार्च को दिल्ली कूच करेंगे

    चंडीगढ़। न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की कानूनी गारंटी देने की मांग कर रहे किसानों ने ऐलान किया है कि वे छह मार्च को दिल्ली कूच करेंगे। इसके बाद किसान 10 मार्च को दोपहर 12 से चार बजे तक देश भर में ट्रेनें रोकेंगे। गौरतलब है कि किसान पिछले तीन हफ्ते से पंजाब और हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। उनके प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर पुलिस की कार्रवाई में युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई, जिसकी वजह से किसानों ने दिल्ली कूच टाल दिया था। Kishan Andolan रविवार यानी तीन मार्च...

  • किसानों का दिल्ली कूच टाला

    चंडीगढ़। न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली कूच का ऐलान करने वाले किसानों ने इसे थोड़े दिन के लिए टाल दिया है। हालांकि आंदोलन समाप्त नहीं हुआ है। किसान आंदोलन के 17वें दिन गुरुवार को किसानों के दिल्ली कूच पर कोई घोषणा नहीं हुई। इस बीच पंजाब पुलिस ने युवा किसान शुभकरण की मौत के मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है, जिसके बाद गुरूवार को बठिंडा में खनौरी बॉर्डर पर शुभकरण का अंतिम संस्कार किया गया। शुभकरण की मौत 21 फरवरी को हुई थी। Farmers Protest 2024 अंतिम संस्कार के...

  • दुनिया और भारत के किसान आंदोलन का फर्क

    पंजाब के किसान पिछले दो हफ्ते से आंदोलन कर रहे हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं। वे दिल्ली आना चाहते हैं कि लेकिन सरकार ने जबरदस्त बाड़ेबंदी करके किसानों को पंजाब की सीमा में ही रोक दिया है। उनको हरियाणा में ही नहीं घुसने दिया जा रहा है तो वे दिल्ली कैसे पहुंचेंगे! दो हफ्ते के आंदोलन में एक युवा किसान शुभकरण सिंह सहित आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें तीन पुलिसकर्मी हैं। Farmer protest Kishan Andolan पिछली बार जब किसान एक साल तक आंदोलन करते...

  • किसान असंतोष की जड़ें

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • नाजुक मोड़ पर आंदोलन

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • कुछ एक्स अकाउंट बंद कराना चाहती है सरकार

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • किसानों ने दिल्ली कूच टाला

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • सरकार से बात का प्रस्ताव

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • किसानों की आर-पार की लड़ाई

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • किसानों का फैसला आज

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • आंदोलन तेज करेंगे किसान

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • हरियाणा, दिल्ली में आंदोलन को समर्थन

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • पंजाब, हरियाणा में दिखा बंद का असर

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • पंजाब की सीमा पर चौथे दिन भी टकराव

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • आज भारत बंद का ऐलान

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • एमएसपी कानून का वादा

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • दूसरे दिन भी जूझते रहे किसान और जवान

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • कल किसानों का भारत बंद

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

  • क्यों किसानों की मांगे नहीं मानते?

    कृषि निर्भर परिवारों का आम उपभोग खर्च औसत ग्रमीण उपभोग खर्च से नीचे चला गया है। 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में औसत घरेलू उपभोग खर्च 3,773 रुपये रहा। लेकिन कृषि निर्भर परिवारों का औसत खर्च 3,702 रुपये ही था। Farmers protest Kishan Andolan देश के किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है फसलों पर स्वामीनाथन फॉर्मूले के मुताबिक एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण ऋण माफी। इन मांगों को पूरा कराने के लिए कृषक समाज में जान बाजी पर लगा देने की भावना पैदा हुई है। इसकी वजह समझनी हो, तो ताजा...

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