अहमदाबाद। एयर इंडिया के विमान हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को दो दिन बाद भी शवों की पहचान का इंतजार है। इस बीच मरने वालों का आंकड़ा 275 पहुंच गया है। इनमें विमान में सवार यात्री और चालक दल के सदस्यों का आंकड़ा 241 का है। शुक्रवार को मेडिकल टीम ने मृत लोगों के परिजनों के डीएनए सैम्पल लिए थे लेकिन शनिवार की देर शाम तक शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। शनिवार को यह भी खबर आई कि शवों को रखने के लिए एयर इंडिया ने 170 ताबूत मंगाए हैं।
अहमदाबाद सदर अस्पताल के एक वरिष्ठ मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि पिछले दो दिन में 248 शवों के डीएनए सैंपल्स का क्रॉस वेरिफिकेशन हुआ है, जिसमें से सिर्फ छह का डीएनए मैच हुआ है। जिन शवों की पहचान हो गई है उनके परिजनों को शव सौंप दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि आठ घायलों इलाज का चल रहा है, इसमें एक की हालत गंभीर है। इस बीच नागरिक विमानन मंत्री राममोहन नायडू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘पहले दिन से हादसे की जांच जारी है। केंद्रीय गृह सचिव के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की गई है। जो तीन महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी’।
इससे पहले बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से जब मलबा हटाया जा रहा था, तब विमान के पिछले हिस्से में फंसा हुआ एक शव दिखा था। विमान के कुछ हिस्से को काट कर वह शव निकाला गया। इसका पोस्टमॉर्टम हुआ है। कहा जा रहा है कि यह शव एयर होस्टेस का हो सकता है। इस बीच बीजे मेडिकल कॉलेज को हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। डॉक्टरों ने इस पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि इतना बड़ा हादसा होने के बाद उनको जबरन हॉस्टल खाली करा कर दूसरी जगह भेजा जा रहा है। गौरतलब है कि एयर इंडिया का विमान गुरुवार, 12 जून को को इसी मेडिकल कॉलेज की छत पर गिरा था, जिसमें पांच डॉक्टरों सहित कई लोग मारे गए थे।