नई दिल्ली। संसद का पांच दिन का विशेष सत्र 22 सितंबर को समाप्त होगा और उसके अगले दिन यानी 23 सितंबर को वन नेशन, वन इलेक्शन पर विचार के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी की पहली बैठक होगी। खुद रामनाथ कोविंद ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। इससे पहले कहा जा रहा था कि संसद के विशेष सत्र में वन नेशन, वन इलेक्शन का बिल आ सकता है। लेकिन कमेटी के गठन के साथ ही यह साफ हो गया था कि इस सत्र में ऐसा बिल नहीं आएगा और अब स्थिति ज्यादा स्पष्ट हो गई है।
पूर्व राष्ट्रपति और कमेटी के अध्यक्ष रामनाथ कोविंद ने शनिवार को बताया कि कमेटी की पहली बैठक 23 सितंबर को होगी। मीटिंग कहां होगी, अभी ये नहीं बताया गया है। इसके पहले छह सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने पूर्व राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की थी। करीब एक घंटे तक चली इस मीटिंग को एक शिष्टाचार मुलाकात बताया गया था। गौरतलब है कि अमित शाह इस कमेटी के सदस्य हैं और अर्जुनराम मेघवाल विशेष सदस्य हैं।
इससे पहले वन नेशन, वन इलेक्शन के प्रस्ताव पर कानूनी पहलुओं की जांच के लिए केंद्र सरकार ने एक सितंबर को एक कमेटी बनाई थी। इसमें कहा गया था कि कमेटी एक देश, एक चुनाव के प्रस्ताव से जुड़े कानूनी पहलुओं पर गौर करने के साथ ही आम लोगों की राय भी लेगी। इस राय को संसद के सामने रखा जाएगा। उसके बाद ही देश के सभी चुनाव एक साथ कराने के बारे में कानून बनाने पर विचार होगा।