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यूएन, डब्लुएचओ ने विरोध किया

तेल अवीव। गाजा पट्टी के लोगों को 24 घंटे में जगह छोड़ कर जाने के इजराइल के निर्देश का अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने विरोध किया है। संयुक्त राष्ट्र संघ और विश्व स्वास्थ्य संगठन दोनों ने इस अल्टीमेटम पर सवाल उठाया है और कहा है कि यह लाखों लोगों के जीवन से खिलवाड़ है। संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रवक्ता ने कहा है कि इस इलाके में 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। ये गाजा पट्टी की आधी आबादी हैं। इन्हें इतने कम समय में वहां से हटने का आदेश देना उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करने जैसा है। इससे मानवीय संकट पैदा होगा। संयुक्त राष्ट्र ने इजराइल से अपना अल्टीमेटम वापस लेने की अपील की है।

दूसरी ओर विश्व स्वास्थ्य संगठन, डब्लुएचओ ने भी इजरायल के इस आदेश पर चिंता जाहिर की है। डब्लुएचओ के प्रवक्ता तारिक जसारेविक ने कहा है- गाजा में गंभीर रूप से बीमार लोग हैं। उन्हें शिफ्ट करने का मतलब है कि उनके बचने की थोड़ी बहुत भी जो संभावना है, वो खत्म हो जाएगी। ऐसे लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट करना मौत की सजा सरीखा है। सहायता एजेंसियों और हेल्थ केयर स्टाफ को ऐसा करने के लिए कहना क्रूरता से परे है। गौरतलब है कि गाजा शहर की 10 लाख से अधिक की आबादी में ज्यादातर उन शरणार्थियों के वंशज हैं, जो 1948 में इसकी स्थापना के समय इजराइल से भाग गए थे या अपने घरों से निकाल दिए गए थे।

By NI Desk

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