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महुआ मोइत्रा पर रिपोर्ट नहीं पेश हुई

नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को भी तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के मामले में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट नहीं पेश की गई। पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में एथिक्स कमेटी ने महुआ की सदस्यता समाप्त करने का प्रस्ताव स्वीकार किया है। इसे लोकसभा में पेश किया जाना है। लेकिन लगातार दूसरे दिन इसे पेश नहीं किया गया। इस बीच विपक्षी पार्टियों ने अपनी बात दोहराई है कि कोई भी फैसला करने से पहले महुआ को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाए।

सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर आरक्षण संशोधन बिल पेश किया। इसके जरिए कश्मीरी पंडितों के लिए दो और पाक अधिकृत कश्मीर से आए शरणार्थियों के लिए एक सीट आरक्षित करने का प्रस्ताव है। इस बीच डीएमके सांसद सेंथिल कुमार ने मंगलवार को फिर नया विवाद खड़ाकर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा की ताकत केवल हिंदी बेल्ट के उन राज्यों को जीतने में ही है, जिन्हें हम आमतौर पर गोमूत्र राज्य कहते हैं।

सेंथिल ने यह भी कहा कि दक्षिण के राज्यों में बीजेपी को घुसने नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा- यह खतरा जरूर है कि कश्मीर की ही तरह भाजपा दक्षिण भारत के राज्यों को भी केंद्र शासित प्रदेश न बना दे, क्योंकि ये वहां जीत नहीं सकते तो उसे यूटी बना कर गवर्नर के जरिए शासन कर सकते हैं। भाजपा ने उनके इस बयान का विरोध किया। लेकिन एमडीएमके सांसद वाइको ने सेंथिल का समर्थन किया।

संसद का शीतकालीन सत्र चार से 22 दिसंबर तक चलने वाला है, जिसमें 15 बैठकों में 21 बिल पेश होने हैं। यह 17वीं लोकसभा का आखिरी सत्र है। मंगलवार को लोकसभा में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि सरकार कृषि सुधारों पर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार ही काम कर रही है। इसके तहत ही न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी को उत्पादन लागत से 50 फीसदी ज्यादा तय किया गया है।

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