जब राहुल गांधी सात-आठ साल से चिल्ला रहे थे कि भारत की सियासत ने दो विचारधाराओं के संघर्ष के सबसे भीषण दौर में प्रवेश कर लिया है, तब दूसरे-तो-दूसरे, कांग्रेस की स्वयंभू विद्वत-परिषद के लोग भी उनकी बातों को...
देश की संसद ज्यादा अहम है या राज्यों के विधानसभा चुनाव का प्रचार? संसदीय राजनीति और उस पर आधारित शासन प्रणाली में भरोसा करने वाले किसी भी समझदार व्यक्ति का जवाब यही होगा कि संसद ज्यादा अहम है, संसदीय कामकाज ज्यादा अहम हैं।
राज्यसभा में सदस्यों ने विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के उल्लेखनीय योगदान की चर्चा करते हुए उन्हें संसद में 33 प्रतिशत या उससे भी अधिक आरक्षण देने की मांग की ।
संसद में आज शुरू हुए बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन राज्यसभा के 3 नए सदस्यों ने शपथ ली। सदस्यों के इस्तीफे और निधन के बाद हुए उपचुनाव के जरिए इन 3 सदस्यों को चुना गया था।
असम और केरल में चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस जमकर कोशिश कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी भी पश्चिम बंगाल को छोड़कर उन सभी राज्यों में प्रचार कर रहे हैं, जहां चुनाव नजदीक हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के बजट सत्र में सदन की कार्यवाही के सुचारु संचालन में सहयोग के लिए सभी सदस्यों एवं दलों के नेताओं के प्रति आभार व्यक्त किया है
राज्यसभा की कार्यवाही हालांकि आठ मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है, लेकिन संसद के ऊपरी सदन में कामकाज की दृष्टि से बजट सत्र का पहला हिस्सा काफी प्रोडक्टिव रहा है।
चीन के साथ लद्दाख में चल रहे सीमा-विवाद का अब हल होता नजर आ रहा है। बस, वह नजर आ रहा है। अभी हम यह नहीं कह सकते कि वह हल हो गया है। ऐसा मैं इसलिए कह रहा...