तेहरान। ईरान के केरमन शहर में बुधवार को दो धमाकों में कम से कम 103 लोग मारे गए हैं, जबकि करीब डेढ़ सौ लोग घायल हुए हैं। इसे फिदायीन हमला माना जा रहा है। ये धमाके ईरान की सेना रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी के मकबरे पर हुए। पुलिस ने कहा- यह फिदायीन हमला था। इसकी जांच की जा रही है। गौरतलब है कि बुधवार को कासिम सुलेमानी की मौत की चौथी बरसी थी। सुलेमानी को 2020 में अमेरिका और इजराइल ने बगदाद में एक मिसाइल अटैक में मार गिराया था
केरमन के स्थानीय मीडिया ने जानकारी दी है कि बुधवार को पहला धमाका एक सूटकेस में रखे गए बम से हुआ। इसे रिमोट से ब्लास्ट किया गया। दूसरा धमाके के बारे में तस्वीर साफ नहीं है। कुछ खबरों के मुताबिक- जब सिक्योरिटी फोर्स मौके पर पहुंचने लगीं तो भीड़ में यह धमाका हुआ। यह फिदायीन हमला भी हो सकता है और रिमोट से किया गया दूसरा ब्लास्ट भी। दोनों धमाकों के बीच 10 सेकंड का अंतर था। पहला धमाका सुलेमानी के मकबरे से करीब सात सौ मीटर दूर हुआ। दूसरा धमाका, सुरक्षा चेक पोस्ट के करीब हुआ।
शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया था कि 73 लोगों की मौत हुई है, जबकि 170 लोग घायल हुए हैं। ईरान की इमरजेंसी सर्विसेज के प्रवक्ता बाबाक येक्तापरस्त ने कहा कि 73 लोग मारे गए और 170 घायल हो गए। लेकिन स्थानीय मीडिया में बताया जा रहा था कि मरने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि कब्रिस्तान की ओर जाने वाली सड़क पर कई गैस कनस्तरों में विस्फोट हुआ।