नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों के 14 सदस्यों को शीतकालीन सत्र की बची हुई अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है। संसद की सुरक्षा में बुधवार को हुई बड़ी चूक के मसले पर सवाल पूछने और हंगामा करने के लिए विपक्षी पार्टियों के 14 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। राज्यसभा के सभापति ने पहले तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को निलंबित किया। उसके थोड़ी देर बाद निचले सदन यानी लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला ने 13 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया। हालांकि पहले लोकसभा के 14 सदस्यों को निलंबित करने की सूचना दी गई थी लेकिन बाद में पता चला कि निलंबित किए गए डीएमके सांसद एसआर पार्थिबन सदन में नहीं आए थे। उसके बाद एक सरकुलर जारी हुआ, जिसमें पार्थिबन का नाम नहीं था।
गुरुवार को शीतकालीन सत्र के नौवें दिन कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में विपक्षी नेताओं ने नारेबाजी की। हंगामे की वजह से कई बार सदन को स्थगित करना पड़ा। इसके बाद लोकसभा से विपक्षी पार्टियों के 14 और राज्यसभा से एक सांसद को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। लोकसभा से कांग्रेस के नौ, सीपीएम के दो और डीएमके व सीपीआई के एक-एक सांसद को निलंबित किया गया है।
लोकसभा से निलंबित सांसदों में कांग्रेस के टीएन प्रतापन, हिबी ईडन, जोथि मनी, राम्या हरिदास, डीन कुरियाकोस, मनिकम टैगोर, एमडी जावेद, वीके श्रीकंदन और बेनी बेहनन शामिल हैं। डीएमके संसद कनिमोझी, सीपीएम के पीआर नटराजन और एस वेंकटेशन और सीपीआई के के सुब्बारायण शामिल हैं। राज्यसभा से तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन को निलंबित किया गया। संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में डेरेक नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए थे, जिससे स्पीकर जगदीप धनकड़ नाराज हो गए। उन्होंने डेरेक को सदन से बाहर जाने को कहा और कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी। कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो डेरेक फिर से सदन में आ गए, जिससे सदन को फिर स्थगित करना पड़ा। शाम चार बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में गुरुवार को सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी सांसदों ने संसद की सुरक्षा को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की।स्पीकर ओम बिरला ने सभी को शांति बनाए रखने को कहा। उन्होंने कहा- कल हुई घटना से सभी चिंतित हैं, ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी और इस पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने सभी को विश्वास दिलाया कि लोकसभा अध्यक्ष होने के नाते सबकी सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी है। वहीं, सरकार की ओर से जवाब देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा- सभी ने कल की घटना की निंदा की है। स्पीकर ने मामले का संज्ञान ले लिया है। हमें सतर्क रहना होगा कि हम संसद में दाखिल होने के लिए किसे पास मुहैया कर पाते हैं। उन्होंने कहा- सांसदों को ध्यान रखना होगा कि ऐसे लोगों को पास न दें जो अराजक माहौल पैदा कर सकें। भविष्य में सारी सावधानी बरती जाएगी। गौरतलब है कि बुधवार को चार लोगों ने संसद में बहुत हंगामा किया था, जिसमें दो लोग दर्शक दीर्घा से लोकसभा के अंदर कूद गए थे।