nayaindia parliament security breach संसद की घटना गंभीर: मोदी

संसद की घटना गंभीर: मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद की सुरक्षा में चूक के मसले पर पहली बार टिप्पणी की है। उन्होंने हिंदी के अखबार ‘दैनिक जागरण’ को दिए इंटरव्यू में इस घटना को गंभीर और चिंताजनक बताया है। साथ ही यह भी कहा है कि इस पर वाद-विवाद नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पता लगाया जाना चाहिए कि इस घटना के पीछे कौन लोग हैं और उनकी मंशा क्या है। उन्होंने विपक्ष को साथ मिल कर काम करने को कहा ताकि ऐसी घटना का दोहराव नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से देश की छवि प्रभावित होती है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- संसद में हुई घटना की गंभीरता को कम नहीं आंकना चाहिए। इसके लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला जरूरी कार्रवाई कर रहे हैं। जांच एजेंसियां पता लगा रही हैं कि इसके पीछे कौन से लोग हैं और इसके पीछे उनकी मंशा क्या है। ऐसे मामलों में विवाद की बजाय सभी को मिलकर समाधान निकालना चाहिए। इसके अलावा प्रधानमंत्री तीन राज्यों में भाजपा को मिली जीत और अनुच्छेद 370 पर भी टिप्पणी की।

जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्‍छेद 370 खत्म किए जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रह्मांड की कोई ताकत अनुच्‍छेद 370 को वापस नहीं ला सकती है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी अनुच्‍छेद 370 को हटाए जाने के सरकार के कदम सही ठहराया है। इस पर अपने इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा है- अब अनुच्‍छेद 370 बीते समय की बात हो गई है। यह कभी वापस नहीं आएगा। ब्रह्मांड की कोई ताकत अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकती है।

अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा- 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन है। ये दिन अपने आप में खास है। 22 जनवरी का दिन 140 करोड़ हृदयों के लिए खुशी का दिन होगा। बरसों से इस दिन का इंतजार लोगों को था। आखिरकार वो दिन आने वाला है। उन्‍होंने अपनी सरकार के कामकाज के बारे में कहा- मोदी की गारंटी के मायने…नीत, नीयत, नेतृत्व और ट्रैक रिकॉर्ड है।

हाल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली शानदार जीत पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- मैं मेहनत करता हूं और जनता वोटों से मेरी झोली भर देती है। मेरी प्राथमिकता हमेशा जनता के लिए काम करना, उनके जीवन को बेहतर बनाने की रही है। मैं सिर्फ यही करने में विश्‍वास रखता हूं, बाकी काम अपने आप हो जाता है।

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