इंडियन साइंस कांग्रेस का सम्मेलन निर्धारित समय पर नहीं हुआ है। एक सदी से ज्यादा पुराने इस संगठन का 109वां सम्मेलन पंजाब के लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में तीन जनवरी को होने वाला था लेकिन यूनिवर्सिटी ने सम्मेलन के आयोजन में असमर्थता जता दी है। इंडियन साइंस कांग्रेस का सम्मेलन 2020 और 2021 में भी नहीं हुआ था लेकिन तब कोरोना को इसका कारण बताया गया था। इसके बाद 2023 में 108वां सम्मेलन में हुआ तो उसमें भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल तरीके से शामिल हुए। उस समय तय हुआ था कि 109वां आयोजन लखनऊ यूनिवर्सिटी में होगा। लेकिन पिछले साल अगस्त में ही लखनऊ यूनिवर्सिटी ने आयोजन करने से मना कर दिया था। अब लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने भी मना कर दिया।
इंडियन साइंस कांग्रेस का आयोजन करने वाली संस्था इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के प्रमुख प्रोफेसर एके सक्सेना का कहना है कि पता नहीं किस कारण से लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने ऐन वक्त पर आयोजन से हाथ खींच लिया है। लेकिन हकीकत यह है कि प्रोफेसर सक्सेना को पता है कि ऐसा क्यों हुआ है। असल में भारत सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्रालय के साथ इंडियन साइंस कांग्रेस का विवाद चल रहा है। मंत्रालय ने इसके फंड में भी कटौती की है। मंत्रालय से विवाद की वजह से ही लखनऊ यूनिवर्सिटी ने भी आयोजन करने से मना कर दिया था। सोचें, एक तरफ धार्मिक आयोजनों पर करोड़ों, अरबों रुपए खर्च किए जा रहे हैं और दूसरी ओर विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई संस्था और उसके आयोजन को किसी न किसी बहाने रोका जा रहा है।