संसद का शीतकालीन सत्र खत्म हुए एक हफ्ते से ज्यादा हो गए हैं लेकिन अभी तक सांसदों की निलंबन खत्म नहीं हुआ है। यह बहुत हैरान करने वाली बात है क्योंकि संसद सत्र की बची हुई अवधि के लिए निलंबित किए गए सांसदों का निलंबन सत्र खत्म होते ही समाप्त हो जाता है। इस बार शीतकालीन सत्र में 146 सांसद निलंबित हुए, जिनमें दोनों सदनों के 14 सदस्यों का मामला विशेषाधिकार समिति को गया है, जिसे तीन महीने में रिपोर्ट देनी है। सो, इन 14 को छोड़ कर बाकी 132 सदस्यों का निलंबन समाप्त हो जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
इसका पता इस बात से चला जब संसद की प्राक्कलन समिति की बैठक बेंगलुरू में होने वाली थी और उससे पहले विपक्ष के सात सांसदों को चिट्ठी भेज कर बताया गया कि वे समिति की बैठक में नहीं शामिल हो सकते हैं क्योंकि उनका निलंबन अभी तक समाप्त नहीं हुआ है। जब सांसदों ने इस बारे में पता लगाया तो और हैरान करने वाली खबर मिली। उनको पता चला कि सत्र 22 दिसंबर को खत्म हुआ था और 28 दिसंबर तक सत्रावसान नहीं हुआ था। आमतौर पर सत्र खत्म होने के एक या दो दिन के बाद सत्रावसान हो जाता है। इस बार एक हफ्ते तक सत्रावसान नहीं हुआ और इसलिए सत्र को समाप्त नहीं माना जा रहा है और इस वजह से सांसदों का निलंबन भी अभी तक समाप्त नहीं हुआ है। सोचें, जब तक सत्रावसान नहीं होगा, तब तक 132 सांसद निलंबित रहेंगे और तब तक वे कमेटियों की बैठकों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।