कांग्रेस के महासचिव पद से इस्तीफा देने वाले अजय माकन खासे परेशान हैं। वे दिल्ली में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता हैं लेकिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली से गुजरी तो उसमें माकन की भूमिका नगण्य रही। पिछले साल राज्यसभा चुनाव में भी वे एक वोट से हार गए थे और राजस्थान में, जहां वे प्रभारी थे वहां के घटनाक्रम से भी उनको शर्मिंदा होना पड़ा था। उन्होंने इसकी शिकायत कांग्रेस आलाकमान से की थी लेकिन किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। माकन ने राजस्थान कांग्रेस के तीन नेताओं की शिकायत की थी। गौरतलब है कि माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों राजस्थान के विधायकों की बैठक के लिए जयपुर गए थे लेकिन 90 से ज्यादा विधायक बैठक में शामिल नहीं हुए।
माना जा रहा था कि खड़गे के अध्यक्ष बनने के बाद इस पूरे घटनाक्रम में शामिल रहे नेताओं के खिलाफ कार्रवाई होगी लेकिन करीब चार महीने हो जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसी तरह माकन ने हरियाणा की विधायक किरण चौधरी की भी शिकायत की है। उनका कहना है कि किरण चौधरी ने गलत तरीके से वोट डाला था, जिससे वोट अवैध हो गया और वे हार गए। माकन की टीम ने वोटिंग के सारे तथ्य निकाल कर यह आरोप लगया है। लेकिन किरण चौधरी के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। हरियाणा के प्रभारी जरूर बदले गए लेकिन किरण चौधरी को छोड़ दिया गया। पिछले दिनों वे हरियाणा में राहुल गांधी की यात्रा में भी शामिल हुईं। सो, एक समय राहुल गांधी के करीबियों में शामिल रहे अजय माकन पार्टी में इन दिनों अलग थलग पड़े हैं।