कुछ समय पहले तक केंद्रीय मंत्री पार्टी संगठन के दूसरे नेताओं की तरह राजनीतिक मामलों पर ज्यादा नहीं बोलते थे और चुनावी सभाओं के अलावा उनके राजनीतिक बयान भी कम सुनने को मिलते थे। लेकिन मौजूदा सरकार में केंद्रीय मंत्री और पार्टी के पदाधिकारी या नेता का भेद मिट गया है। इसमें भी कुछ केंद्रीय मंत्री ऐसे हैं, जिनका मुख्य काम कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला करना होता है। चाहे वे किसी भी कार्यक्रम में हों, भले वह राजनीतिक कार्यक्रम नहीं हो लेकिन वहां भी वे किसी न किसी बहाने राहुल गांधी को खींच कर लाते हैं और उनके ऊपर हमला करते हैं। ऐसा लगता है कि जैसे उनको इसी काम के लिए केंद्रीय मंत्री नियुक्त किया गया है।
ऐसे केंद्रीय मंत्रियों में सबसे ऊपर विदेश मंत्री एस जयशंकर का नाम है। वे चीन के विशेषज्ञ माने जाते हैं शायद इसलिए उनके विदेश मंत्री बनने के बाद से भारत और चीन का कारोबार ऐतिहासिक तेजी से बढ़ रहा है। तभी वे चीन की घुसपैठ पर राहुल गांधी के बयान से बहुत नाराज हो गए हैं और जहां तहां राहुल का मजाक उड़ाते हैं। पिछले दिनो ने मैसुरू के किसी कार्यक्रम में थे तो बिना संदर्भ के उन्होंने कहा- मैं राहुल से चीन पर क्लास लेना चाहता था, लेकिन फिर पता चला कि वे खुद चीन के राजदूत से क्लास लेते हैं।
इससे पहले भी वे राहुल का मजाक उड़ा चुके हैं और एक बार तो यह भी कहा कि राहुल के परिवार की वजह से उनके पिता रक्षा सचिव नहीं बन पाए थे। हालांकि कांग्रेस के राज में खुद जयशंकर को हमेशा अच्छी पोस्टिंग मिली। इसी तरह कांग्रेस के राज में हमेशा अच्छी पोस्टिंग पाते रहे विदेश सेवा के एक दूसरे अधिकारी और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का भी पसंदीदा काम राहुल गांधी और उनके परिवार का मजाक उड़ाना है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का तो यह मुख्य काम है लेकिन उन्होंने चूंकि अमेठी से राहुल गांधी को हराया है इसलिए उनका अधिकार बनता है।