चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल 2025 में अपने अभियान की शुरुआत जहां जीत के साथ की, वहीं अंत भी शानदार अंदाज में किया। अहमदाबाद में खेले गए इस मुकाबले में एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई ने प्लेऑफ में जगह बना चुकी और फाइनल की दावेदार मानी जा रही गुजरात टाइटंस को 85 रन के बड़े अंतर से हराकर एकतरफा जीत दर्ज की।
हालांकि इस दमदार जीत के बावजूद चेन्नई सुपर किंग्स की किस्मत नहीं बदल सकी और टीम ने इस सीजन का अंत अंक तालिका में 10वें यानी सबसे निचले स्थान पर किया। आईपीएल के इतिहास में यह पहली बार है जब चेन्नई सुपर किंग्स ने सीजन का अंत आखिरी पायदान पर किया है।
चेन्नई के बल्लेबाजों ने बल्ले से बरसाई आग
रविवार, 25 मई को आईपीएल 2025 के 67वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (धोनी ) ने ज़बरदस्त प्रदर्शन करते हुए गुजरात के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। यह मैच सिर्फ एक जीत नहीं था, बल्कि चेन्नई की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग की एक शानदार मिसाल बन गया।
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस सीजन के अपने आखिरी मैच की शुरुआत टॉस जीतकर की और पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला लिया। धोनी का यह निर्णय बिल्कुल सही साबित हुआ, क्योंकि इसके बाद चेन्नई के बल्लेबाजों ने जो तूफान मचाया, उसने गुजरात के गेंदबाजों की लाइन-लेंथ बिगाड़ दी।
ओपनिंग की जिम्मेदारी संभाली आयुष म्हात्रे और डेवन कॉनवे ने। इन दोनों ने आते ही रनगति को तेज किया और पहले विकेट के लिए 44 रन की तेज साझेदारी की। इसमें से 34 रन आयुष म्हात्रे ने मात्र कुछ ही गेंदों में ठोक दिए। उनकी आक्रामक बल्लेबाज़ी ने शुरुआत में ही चेन्नई को मजबूत आधार दे दिया।
चेन्नई की धमाकेदार बल्लेबाजी
इसके बाद मैदान में आए उर्विल पटेल, जिन्होंने डेवन कॉनवे के साथ मिलकर पारी को और भी मजबूत किया। उर्विल ने भी आक्रामक शैली में बल्लेबाज़ी की और 37 रन बनाए।
दूसरी ओर, कॉनवे ने जिम्मेदारी भरी पारी खेलते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया और 52 रन बनाए। इन दोनों की साझेदारी ने चेन्नई को 100 रन के पार पहुंचा दिया और मैच पर पकड़ और मजबूत हो गई।
लेकिन असली शो तब शुरू हुआ जब युवा बल्लेबाज़ डेवाल्ड ब्रेविस मैदान पर उतरे। उन्होंने आते ही गुजरात के गेंदबाज़ों पर कहर बरपाना शुरू किया। ब्रेविस ने केवल 19 गेंदों में अर्धशतक पूरा कर डाला और कुल 23 गेंदों में 57 रन की विस्फोटक पारी खेली। उनकी इस तूफानी बल्लेबाज़ी ने चेन्नई को 230 रन के बड़े स्कोर तक पहुंचा दिया।
गुजरात के गेंदबाज़ इस आक्रामकता के सामने बिल्कुल बेबस नजर आए। सिर्फ प्रसिद्ध कृष्णा ही थे जिन्होंने कुछ हद तक बचाव किया और 2 विकेट झटके, लेकिन बाकी गेंदबाज़ पूरी तरह से पस्त दिखे।
कुल मिलाकर, चेन्नई सुपर किंग्स ने इस मैच में हर विभाग में दबदबा दिखाया और यह साबित कर दिया कि वे अभी भी टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीमों में से एक हैं। धोनी की अगुवाई में यह टीम न सिर्फ जीत रही है, बल्कि दर्शकों को क्रिकेट का असली रोमांच भी दिखा रही है।
फिर बड़े स्कोर के दबाव में बिखरी गुजरात टाइटंस
गुजरात टाइटंस के लिए एक और चुनौती भरा मुकाबला खराब अंजाम के साथ खत्म हुआ, जब वे एक बार फिर बड़े लक्ष्य के सामने पूरी तरह बिखर गए।
पिछले मुकाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ 236 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए नाकाम रही गुजरात टीम इस बार भी उसी दबाव को झेल नहीं सकी। चेन्नई सुपर किंग्स (धोनी ) के खिलाफ मिले लक्ष्य का पीछा करते हुए गुजरात की पारी पावरप्ले में ही चरमरा गई और मैच का रुख पहले ही तय हो गया।
पांचवें ओवर तक ही गुजरात ने अपने तीन अहम विकेट गंवा दिए — कप्तान शुभमन गिल, अनुभवी जॉस बटलर और विस्फोटक शरफेन रदरफोर्ड जैसे बल्लेबाज़ पवेलियन लौट चुके थे। उस समय टीम का स्कोर मात्र 30 रन था। इन शुरुआती झटकों से टीम कभी उबर नहीं सकी।
साई सुदर्शन ने कुछ देर तक मोर्चा संभाला और 44 रन की अहम पारी खेली, लेकिन जब तक वह क्रीज पर थे, तब तक ही गुजरात की जीत की कुछ उम्मीदें बची थीं। 11वें ओवर में रवींद्र जडेजा ने एक ही ओवर में पहले शाहरुख खान (19) और फिर साई सुदर्शन को पवेलियन भेजकर गुजरात की कमर तोड़ दी।
गुजरात की उम्मीदों को 83 रन से कुचला
86 रन के स्कोर पर पांच विकेट गिरने के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि गुजरात के लिए वापसी बेहद मुश्किल होगी। मैच का नतीजा अब सिर्फ इस बात पर निर्भर था कि हार का अंतर कितना बड़ा रहेगा।
आखिर में राशिद खान (12) और अरशद खान (20) ने कुछ आकर्षक शॉट्स लगाकर टीम की प्रतिष्ठा को थोड़ा बचाया और स्कोर को 147 तक पहुंचाया। लेकिन 19वें ओवर में पूरी टीम सिमट गई और चेन्नई सुपर किंग्स ने 83 रन के भारी अंतर से मुकाबला जीत लिया।
गेंदबाज़ी में चेन्नई के लिए अंशुल कम्बोज और नूर अहमद ने शानदार प्रदर्शन किया और दोनों ने 3-3 विकेट अपने नाम किए। गुजरात के इस करारी हार के बावजूद टीम फिलहाल अंक तालिका में पहले स्थान पर बनी हुई है, लेकिन टॉप दो में अपनी जगह बनाए रखने की उम्मीदों को इस हार ने गहरा झटका दिया है। अब टीम को दूसरे स्थान के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की आखिरी मुकाबले में हार का इंतजार करना होगा।
इस करारी शिकस्त ने एक बार फिर दिखा दिया कि बड़े लक्ष्य के सामने गुजरात का बल्लेबाज़ी क्रम बिखरने लगता है। अगर टीम को प्लेऑफ में दमदार प्रदर्शन करना है, तो उसे पावरप्ले में बेहतर शुरुआत और मिडिल ऑर्डर से अधिक योगदान की जरूरत होगी।
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