भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत हो चुकी है। टीम इंडिया को अब एक युवा और ऊर्जावान टेस्ट कप्तान मिल चुका है – शुभमन गिल (Shubman Gill)। इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया के चयन के दौरान, चयन समिति ने शुभमन गिल को टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपने का बड़ा फैसला लिया था।
टीम के रवाना होने से ठीक पहले, 5 जून को मुंबई स्थित BCCI मुख्यालय में शुभमन गिल (Shubman Gill) ने बतौर टेस्ट कप्तान पहली बार मीडिया का सामना किया। इस अहम मौके पर उनके साथ टीम के नए हेड कोच गौतम गंभीर भी मौजूद थे।
यह पहली बार था जब दोनों एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजर आए और मीडिया के तमाम सवालों के जवाब दिए। कप्तानी को लेकर गिल के दृष्टिकोण से लेकर इंग्लैंड दौरे की रणनीति तक, कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई।
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस केवल एक औपचारिक मुलाकात नहीं, बल्कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट के नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक बन गई।
गिल और गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस
टीम इंडिया के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) और टीम मैनेजमेंट के वरिष्ठ सदस्य गौतम गंभीर ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंग्लैंड दौरे और उससे जुड़ी रणनीतियों को लेकर खुलकर बात की।
विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों की अनुपस्थिति के बीच यह प्रेस कॉन्फ्रेंस आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट के बदलाव का संकेत देती है।
विराट-रोहित की अनुपस्थिति और टीम का आत्मविश्वास
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में शुभमन गिल (Shubman Gill) से विराट और रोहित की गैरमौजूदगी पर सवाल पूछा गया, जिस पर उन्होंने कहा, “हर टूर पर प्रेशर होता है, जीत का प्रेशर हमेशा बना रहता है।
विराट और रोहित ने भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है और कई मैच जिताए हैं। उनकी जगह भरना आसान नहीं है, लेकिन हमारी टीम के सभी खिलाड़ी जानते हैं कि दबाव में कैसे प्रदर्शन करना है। हमारे पास संतुलित बैटिंग और बॉलिंग कॉम्बिनेशन है, जिससे हम काफी आत्मविश्वासी हैं।”
कप्तानी पर शुभमन गिल का आत्ममंथन
शुभमन (Shubman Gill) ने आगे कहा, “जब मुझे पता चला कि मैं टेस्ट कप्तान बनने वाला हूं, तो बहुत ही अच्छा महसूस हुआ। यह मेरे लिए एक बड़ा चैलेंज है। हमें लंदन में 10 दिन का कैंप मिला है, जहां हम रणनीति और बैटिंग ऑर्डर को अच्छे से सेट करेंगे।
कप्तानी में मेरा कोई तय स्टाइल नहीं है। मैं खेलते-खेलते सीखूंगा। सबसे ज़रूरी बात यह है कि खिलाड़ी खुद को सुरक्षित महसूस करें। मैं खिलाड़ियों से लगातार बात कर उनकी कमजोरी और ताकत को समझने की कोशिश करूंगा। एक लीडर का सबसे बड़ा काम यही होता है।”
गेंदबाज़ी और बुमराह की भूमिका
Shubman Gill ने गेंदबाज़ी को लेकर कहा, “हमारे पास दमदार पेस अटैक है, जो कहीं से भी मैच जिता सकते हैं। बुमराह जैसे खिलाड़ी को रिप्लेस करना मुश्किल है, लेकिन वह जितने भी मैच खेलेंगे, प्रभावशाली प्रदर्शन करेंगे। हमारे पास कई क्वालिटी बॉलर हैं जो मैच बदलने की काबिलियत रखते हैं।”
गौतम गंभीर ने बुमराह की भूमिका पर कहा, “हमने अभी यह तय नहीं किया है कि बुमराह कौन से तीन टेस्ट खेलेंगे। यह सीरीज की परिस्थिति और ज़रूरतों के हिसाब से तय होगा।”
इंग्लैंड की चुनौतियाँ और गंभीर का अनुभव
गंभीर ने इंग्लैंड की परिस्थितियों पर खास तौर पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “इंग्लैंड में सिर्फ मैदान नहीं, आसमान भी खेल का रुख तय करता है। वहां अगर कोई खिलाड़ी 1000 रन भी बना ले, तो यह जीत की गारंटी नहीं देता। असली जीत तब मिलती है जब आप 20 विकेट निकालते हैं। हमें वही रणनीति अपनानी होगी।”
बेंगलुरु हादसे पर गंभीर की सख्त प्रतिक्रिया
हाल ही में बेंगलुरु में हुए हादसे पर भी गौतम गंभीर ने अपने विचार रखे और रोडशो जैसे आयोजनों पर सवाल उठाए।
“मैं कभी भी रोडशो के पक्ष में नहीं रहा हूं – न 2007 में, न ही कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ रहते हुए। अगर आप भीड़ को संभालने के लिए तैयार नहीं हैं, तो ऐसे आयोजनों से बचना चाहिए। लोगों की जान किसी भी जश्न से ज्यादा कीमती होती है।”
गंभीर का लक्ष्य और टीम का जोश
गौतम गंभीर ने कहा, “यह हमारे लिए एक और मौका है देश के लिए कुछ खास करने का। हमारे पास क्वालिटी प्लेयर हैं और हम कुछ अलग करना चाहते हैं, कुछ यादगार।”
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस ने यह साफ कर दिया है कि टीम इंडिया एक नई सोच, नई ऊर्जा और नई लीडरशिप के साथ आगे बढ़ने को तैयार है। अब देखना होगा कि इंग्लैंड की चुनौती के सामने यह युवा ब्रिगेड कितना दम दिखा पाती है।
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