Aurangzeb tomb

  • औरंगजेब आखिर किसका आइडिया था?

    aurangzeb tomb issue :  महाराष्ट्र में औरंगजेब के नाम पर घमासान मचा हुआ है। इस बीच राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि औगंरजेब की आज कोई प्रासंगिकता नहीं है। उन्होंने नागपुर दंगों की निंदा की और साथ ही औरंगजेब के मुद्दे पर विरोध, प्रदर्शन पर भी सवाल उठाया। तभी सवाल है कि औरंगजेब किसका आइडिया था और इसके पीछे क्या कोई बड़ी राजनीति है? यह सवाल इसलिए है क्योंकि राजनीतिक हलके में प्रचारित साजिश थ्योरी के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी में दूसरी कतार के नेताओं में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा छिड़ी है। दूसरी कतार में एक रेखा...

  • महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा बढ़ाई गई, लोहे की चादर लगाई गई

    Aurangzeb Tomb : महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर के खुल्दाबाद स्थित औरंगजेब की कब्र के आसपास सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। कब्र को हटाने के विवादों और बयानबाजी के चलते, पुलिस ने इलाके में अपनी मौजूदगी और बढ़ा दी है। (Aurangzeb Tomb) कब्र की सुरक्षा को और सख्त बनाने के लिए बुधवार को कब्र के पीछे की दीवार पर लोहे के बड़े-बड़े पट्टे (लोहे की चादर) लगाए गए, ताकि किसी को भी इस स्थान पर बिना अनुमति के प्रवेश करने से रोका जा सके। इससे पहले, निजाम शासनकाल में औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा के लिए हज़रत ख्वाजा सैयद...

  • नागपुर दंगा संयोग है या प्रयोग?

    मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर महाराष्ट्र में विवाद छिड़ा तो सांप्रदायिक दंगा नागपुर में हुआ। महाराष्ट्र में नागपुर सबसे शांत शहरों में गिना जाता है, जहां बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा टूटने के बाद भी दंगे नहीं हुए थे। (nagpur violence) उसके मुकाबले कई दूसरे क्षेत्र बहुत संवेदनशील है। सबसे ज्यादा संवेदनशील तो संभाजीनगर ही है, जिसका पुराना नाम औरंगाबाद था। उसी संभाजीनगर के खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र है। इसके बारे में इतिहासकार बताते हैं खुद औरंगजेब ने इच्छा जताई थी कि उसकी कब्र वहां बने। औरंगजेब ने टोपी बुन कर की गई कमाई का करीब 14...

  • कब्र में सिमटी सियासत!

    nagpur violence : सही नजरिया है इतिहास को याद रखना और उससे सबक लेते हुए आगे बढ़ना। कोई भी प्रगतिशील समाज इतिहास में सिमट कर नहीं रह जाता। स्मारकों से इतिहास का बदला लेना सिर्फ वहीं संभव है, जहां भविष्य का कोई सपना ना हो। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने नागपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा की जिम्मेदारी फिल्म छावा पर डाल दी है। वैसे उन्होंने फिल्म की यह कहते हुए तारीफ की इसने औरंगजेब के अत्याचारों का सजीव चित्रण किया है, लेकिन जोड़ा कि इससे लोग उत्तेजित हो गए हैं। इस तरह उन्होंने उत्तेजना का माहौल बनाने में अपनी...