Bihar Floor Test

  • ‘खेला’ की राजनीति

    जब नीतीश कुमार ने ‘खेला’ किया और तेजस्वी यादव ने उसका जवाबी ‘खेला’ कर दिखाने का एलान किया, तो उसे हिकारत के साथ देखने के बजाय सारी इलीट चर्चा दोनों पक्षों की ‘खेला’ कर सकने की क्षमता के आकलन पर टिक गई। क्या यह लोकतंत्र है?  भारत की सियासी चर्चाओं में ‘खेला’ शब्द संभवतः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की देन है। तब से मीडिया की चर्चाओं से आगे बढ़ते हुए अब राजनेताओं की जुबान पर भी यह छा गया है। समाज का प्रभु वर्ग भी इसमें खूब मज़ा लेने लगा है। इस शब्द में जो अवसरवाद और अनैतिकता...

  • नीतीश को विश्वास मत

    पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर बहुमत परीक्षण में सफल हुए हैं। भाजपा के समर्थन से नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश को बिहार विधानसभा में विश्वास मत हासिल करना था। इसके लिए 12 फरवरी को विधानसभा का सत्र बुलाया गया था। इसमें नीतीश कुमार ने विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया, जिस पर वोटिंग से पहले विपक्ष ने सदन से वाकआउट किया। लेकिन सत्तापक्ष की ओर से वोटिंग की मांग की गई। वोटिंग में विश्वास मत के समर्थन में 129 और विरोध में शून्य मत पड़े। मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के तीन...

  • Bihar Floor Test: बिहार में तेजी से बदल रहा नंबरगेम, शक्ति परीक्षण की घड़ी, क्या नीतीश कुमार के पक्ष में होगा नतीजा?

    Bihar Floor Test : पिछले कुछ समय से बिहार की राजनीति (Bihar politics) में एक नया शब्द ‘खेला’ ट्रेंड में हैं. बिहार की राजनीति में आज का दिन किसी भूकंप से कम साबित नहीं दिख रहा. आज बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट (Bihar Floor Test) होना है ऐसे में खबर है कि जदयू (JDU) के तीन विधायक मीटिंग में नहीं पहुंचे हैं. जबसे नीतिश कुमार (Nitish Kumar) ने महागठबंधन का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का दामन थामा है. तभी से बिहार में नंबरगेम की राजनीति शुरु हो गई है और ‘खेला’ शब्द...

  • बिहार में शह और मात का खेल

    आमतौर पर बिहार में विधायकों की खरीद फरोख्त का इतिहास नहीं रहा है और न रिसॉर्ट पोलिटिक्स का इतिहास रहा है। एक बार सन 2000 में जब पहली बार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे तब लालू प्रसाद ने विधायकों की घेराबंदी की थी और नीतीश को बहुमत नहीं साबित करने दिया था। अब एक बार फिर नीतीश कुमार की सरकार दांव पर है। वह पहली बार था और 24 साल के बाद नीतीश ने नौंवी बार शपथ ली है और उनको बहुमत साबित करना है। उससे पहले तमाम तरह की राजनीति हो रही है, जो पहले नहीं होती थी। इस...