BMC election

  • कांग्रेस के मुंबई में अकेले लड़ने से खलबली

    मुंबई। बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने का कांग्रेस ने निर्णय किया है।  इस कदम ने महा विकास आघाडी (एमवीए) के भीतर वैचारिक मतभेद भी उजागर कर दिए हैं। जानकारों के अनुसार कांग्रेस का फैसला उत्तर भारतीय और मुस्लिम मतदाताओं की चिंता में किया है। इस फैसले से महाराष्ट्र कांग्रेस के भीतर भी आंतरिक मतभेद सामने आ गए हैं। पार्टी के एक वर्ग का कहना है कि क्षेत्रीय राजनीतिक गतिशीलता को देखते हुए चुने हुए स्थानीय निकायों में राज ठाकरे की मनसे के साथ गठबंधन पर विचार किया जाना चाहिए था, जबकि दूसरे वर्ग ने ऐसे किसी भी सहयोग का विरोध किया।...

  • बीएमसी चुनाव में कांग्रेस की दुविधा

    देश के सबसे धनी नगर निकाय बृहन्नमुंबई महानगरपालिका यानी बीएमसी का चुनाव होने वाला है। कई बरसों तक स्थगित रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अगले महीने जनवरी या फरवरी में चुनाव होना है। यह चुनाव वैसे तो सभी पार्टियों के लिए बहुत अहम होता है लेकिन ठाकरे परिवार की जान बसती है बीएमसी में। शिव सेना की बनाई पार्टी का मूल आधार ही बीएमसी और मुंबई के पार्षद हैं। तभी उद्धव ठाकरे ने बहुत पहले से चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। वे कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी के साथ महाविकास अघाड़ी में शामिल हैं।...

  • तीन साल के बाद बीएमसी चुनाव

    आखिरकार बृहन्नमुंबई महानगरपालिका यानी बीएमसी का चुनाव होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य के चुनाव आयोग को निर्देश दिया है कि वह चार महीने के भीतर चुनाव कराए। उससे पहले स्थानीय निकाय चुनावों में पिछड़ी जातियों यानी ओबीसी के आरक्षण के नाम पर चुनाव टल रहा था। सोचे, देश की वित्तीय राजधानी का शहरी निकाय, जो देश का सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा बजट वाला शहरी निकाय है उसका चुनाव पिछले तीन साल से नहीं हो रहा था। पहले कोरोना के नाम पर चुनाव में थोड़ी देरी हुई। लेकिन उसके बाद एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फड़नवीस सरकार ने...