कुल मिलाकर खड़गे की टीम अच्छी
भारत में हर राजनीतिक पार्टी को संगठन या सरकार बनाते समय सबसे ज्यादा जिस बात का ध्यान रखना होता है वह जातीय व क्षेत्रीय संतुलन का होता है। इसमें कोई भी पार्टी अपवाद नहीं है। विचारधारा की बात करने वाली कम्युनिस्ट पार्टियां हों या नरेंद्र मोदी के करिश्मे पर जीत रही भाजपा हो, सबको जातीय, क्षेत्रीय, सामुदायिक और लैंगिक संतुलन का ध्यान रखना पड़ता है। तभी हाशिए में डाल दिए गए बीएस येदियुरप्पा को राजनीतिक मजबूरी में भाजपा को संसदीय बोर्ड का सदस्य बनाना पड़ा। अल्पसंख्यक कोटा पूरा करने के लिए पंजाब के सिख नेता इकबाल सिंह लालपुरा को लाना...