कांग्रेस पार्टी ने कार्य समिति में दो नई नियुक्ति की है। केरल के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए गए के सुधाकरण और बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए गए अखिलेश प्रसाद सिंह को कांग्रेस कार्य समिति में स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। इससे पहले कुछ और राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष बदले गए थे लेकिन उनको यह मौका नहीं मिला। महाराष्ट्र में नाना पटोले की जगह अभिषेक सपकाल को अध्यक्ष बनाया गया और उससे पहले झारखंड में राजेश ठाकुर की जगह केशव महतो कमलेश अध्यक्ष बने थे। ओडिशा, गुजरात, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में कांग्रेस अध्यक्ष बदले गए है।
केरल और बिहार के हटाए गए प्रदेश अध्यक्षों को कांग्रेस कार्य समिति में शामिल करने का एक बड़ा कारण यह है कि दोनों राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। बिहार में अगले पांच महीने में चुनाव हैं तो केरल में अगले साल मई में चुनाव हैं। बिहार में कांग्रेस ने दलित प्रदेश अध्यक्ष बना कर उस राजनीति को आगे बढ़ाया है, जिसकी शुरुआत मल्लिकार्जुन खड़गे को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने से हुई है। लेकिन साथ ही वहां कांग्रेस को अपने सवर्ण वोट का भी ख्याल रखना है। ध्यान रहे बिहार में भूमिहार ब्राह्मण, दलित और मुस्लिम कांग्रेस के पुराने समर्थक रहे हैं। सो, कांग्रेस ने दलित अध्यक्ष बनाया, मुस्लिम विधायक दल का नेता बनाया और भूमिहार को कार्य समिति में शामिल किया। इसी तरह केरल में ईसाई अध्यक्ष, पिछड़ा संयोजक और एक अगड़े नेता को कार्य समिति में शामिल किया गया है।