पटना। कांग्रेस पार्टी ने आजादी के बाद पहली बार बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस कार्य समिति यानी सीडब्लुसी की बैठक की। बैठक के बाद कांग्रेस ने कहा कि इसी तरह सीडब्लुसी की बैठक सितंबर 2023 में तेलंगाना में हुई थी तो वहां दो महीने में कांग्रेस की सरकार बन गई थी। इसलिए पटना में भी सीडब्लुसी की बैठक हुई है तो महागठबंधन की सरकार बन जाएगी। यह बात कांग्रेस ने मजाक में नहीं कही है, बल्कि गंभीरतापूर्वक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही है, जिसमें केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश सहित एक दर्जन बड़े नेता मौजूद थे।
बहरहाल, बुधवार, 24 सितंबर को पटना में कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित कांग्रेस से तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। हालांकि सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा इसमें शामिल होने नहीं पहुंचे। बैठक करीब साढ़े चार घंटे तक चली। बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पास किया गया और साथ ही दूसरी बिहार की जनता से महागठबंधन को चुनाव जिताने की अपील की गई।
बैठक के बाद कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में महासचिव और संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने कहा, ‘तेलंगाना में सितंबर 2023 में ऐसी ही सीडब्लुसी की मीटिंग हुई थी और दो महीने के अंदर कांग्रेस की सरकार बनी थी। अब पटना में काउंटडाउन शुरू हो चुका है। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने वाली है’। रमेश ने कहा, ‘राहुल गांधी के नेतृत्व में वोट चोरी के खिलाफ अभियान चला, वो अभियान जारी रहेगा। आगे एक महीने में राहुल गांधी मिनी हाइड्रोजन बम, हाइड्रोजन बम, यूरेनियम बम सहित अलग अलग बम फोड़ने वाले हैं’।
बताया गया कि सीडब्लुसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘बीजेपी नीतीश कुमार को मेंटली रिटायर मान चुकी है। वो उन्हें बोझ मानती है’। उन्होंने बेरोजगारी, किसान, बाढ़ को लेकर भी एनडीए सरकार पर निशाना साधा। वोटर वेरिफिकेशन को लेकर उन्होंने चुनाव आयोग पर निशाना साधा। खड़गे ने अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर प्रधानमंत्री को फेल बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के दोस्तों की वजह से आज देश संकट में है।